लखनऊ : शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में धांधली के आरोप में
गिरफ्तार पूर्व निदेशक माध्यमिक शिक्षा संजय मोहन के दफ्तर में शनिवार को
रमाबाई नगर की पुलिस ने तलाशी ली। पुलिस ने टीईटी परीक्षा से संबंधित कई
दस्तावेज तलाशे और उन्हें देर शाम उन्हें वापस रमाबाईनगर ले जाया गया।
रविवार को उन्हें फिर जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी। संजय मोहन को
पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने के बाद शुक्रवार की रात रमाबाई नगर के पुलिस
अधिकारी लखनऊ लेकर आए थे। इससे पहले रमाबाई नगर पुलिस की एक और टीम दिन
में ही यहां पहुंच चुकी थी। पुलिस संजय मोहन के जरिए टीईटी धांधली से
जुड़े साक्ष्य लखनऊ में बरामद करने के लिए उनके दफ्तर सहित यहां चार
स्थानों पर तलाशी ली। उनसे यह पता लगाने का प्रयास किया गया कि टीईटी
परीक्षा परिणाम में धांधली करने में उनके साथ कौन अन्य लोग शामिल थे।
किसके इशारे पर धांधली की जा रही थी? किस-किस को कितना लाभ मिल रहा था?
कुछ कितनी रकम अभ्यर्थियों से वसूली गई और इस मामले में लाभ पाने वालों में
उनसे ऊपर के कौन-कौन लोग शामिल थे। पुलिस के अधिकारियों के अनुसार पार्क
रोड स्थित माध्यमिक शिक्षा परिषद के शिविर कार्यालय में करीब दो घंटे तक
टीईटी परीक्षा से जुड़े कई दस्तावेज तलाशे गए। पुलिस टीम इस कार्यालय में
कार्य करने वाले कई अन्य लोगों से भी पूछताछ करना चाहती थी पर छुट्टी होने
के कारण इन लोगों से पूछताछ नहीं की जा सकी। संजय मोहन के निजी सचिव
संतोष से जरूर पुलिस ने कई लोगों के नाम पते और मोबाइल फोन नंबर लिए हैं।
संजय मोहन के परिवार के लोगों भी पुलिस ने पूछताछ की है, इन लोगों से क्या
जानकारी पुलिस ने हासिल की, इस बारे में पुलिस अधिकारी अभी कुछ बताने को
तैयार नहीं है। इनका कहना है कि रविवार के संजय मोहन को जेल भेजने के बाद
ही लखनऊ में की गई पड़ताल के बारे में बताएंगे

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