15 March 2012

Latest UPTET News : इलाहाबाद : दांव पर साढ़े चार लाख टीईटी वालों का कॅरियर

इलाहाबाद। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास साढ़े चार लाख से अधिक अभ्यर्थियों का कॅरियर दांव पर लग गया है। नौकरी के इंतजार में उनका एक साल तो बेकार गया ही, आगे भी कोई उम्मीद नहीं दिख रही।
परीक्षा में भारी गड़बड़ी करने के बाद माध्यमिक शिक्षा विभाग इसे निरस्त करने की तैयारी में है तो बेसिक शिक्षा विभाग ने फिलहाल हाथ खींच रखे हैं। महीनों तैयारी के बाद अपनी नौकरी पक्की मान बैठे 110 से 140 अंक पाने वाले तमाम अभ्यर्थियों को समझ नहीं आ रहा कि उनका दोष क्या है। नौकरी हाथ से जाती देख अभ्यर्थियों ने शासन और नए मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई है।

गौरतलब है कि सूबे में शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन अन्य प्रदेशों की तुलना में काफी देरी से नवंबर में हुआ।
इसमें प्राथमिक स्तर की परीक्षा में कुल 5,94,053 अभ्यर्थी शामिल हुए थे जिनमें से 2,70,806 उत्तीर्ण हुए। इसी तरह उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा में कुल 5,19,665 अभ्यर्थी शामिल हुए जिसमें 2,09,789 को सफलता मिली। प्राथमिक स्तर के 270806 सफल अभ्यर्थियों को पूरी उम्मीद थी कि उनमें से 72825 को मेरिट के आधार पर 31 दिसंबर तक नौकरी मिल जाएगी। अब हाल यह है कि पूरी परीक्षा को निरस्त करने की तैयारी है। इसके साथ ही उच्च प्राथमिक स्तर पर सफल दो लाख से अधिक अभ्यर्थियों की परेशानी और बड़ी है। रिजल्ट के बाद से अब तक उनके बारे में कोई बात ही नहीं हुई। शासन के पास उनके लिए कोई योजना ही नहीं है।
अभ्यर्थियों का तर्क है कि अगर जांच में साफ है कि हजार या दो हजार अभ्यर्थियों ने पैसे देकर गड़बड़ियां कराईं तो उनके परिणाम रोक शासन शेष की नियुक्ति का रास्ता साफ करे लेकिन इसके बजाय पूरी परीक्षा रद्द करने का प्रस्ताव मेधावी छात्रों के साथ धोखा है। अफसरों ने कुछ अभ्यर्थियों से वसूली की और सजा उन मेधावियों को मिल रही है, जिनकी कोई गलती नहीं।

जुड़े अभ्यर्थी, नए सीएम से गुजारिश
माध्यमिक शिक्षा विभाग की तरफ से परीक्षा निरस्त करने के प्रस्ताव के खिलाफ पांच हजार से अधिक छात्रों ने संयुक्त हस्ताक्षर से एक ज्ञापन शासन को भेजा है। साथ ही दस सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल ने अखिलेश यादव को पत्र भेज मांग की है कि मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद दो-तीन दिनों के भीतर बातचीत के लिए एक मौका दें। अभ्यर्थियों ने उम्मीद जताई है कि उनके साथ न्याय होगा।

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