लखनऊ : माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) के सचिव नियुक्त किये गए
वासुदेव यादव को माध्यमिक शिक्षा निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार सौंपने का
प्रस्ताव है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय का यह प्रस्ताव मंजूरी के लिए
मुख्यमंत्री को भेजा गया है।
अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के परिणाम में अनियमितता उजागर होने पर
गिरफ्तार किये गए माध्यमिक शिक्षा के निवर्तमान निदेशक संजय मोहन को
निलंबित किया जा चुका है। उनकी गिरफ्तारी के बाद यूपी बोर्ड की सचिव प्रभा
त्रिपाठी के गायब रहने पर शासन ने बोर्ड परीक्षाओं के मद्देनजर शिक्षा
निदेशालय इलाहाबाद में अपर निदेशक के पद पर तैनात वासुदेव यादव को बोर्ड का
सचिव नियुक्त किया था। वहीं माध्यमिक शिक्षा विभाग के विशेष सचिव सीपी
तिवारी को माध्यमिक शिक्षा निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया था। सीपी
तिवारी 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
पैर की हड्डी टूट जाने के
कारण वह कार्यालय आने में भी असमर्थ हैं। लंबे समय से विभागीय प्रोन्नति
समिति (डीपीसी) की बैठक न हो पाने के कारण शिक्षा विभाग में बेसिक शिक्षा
निदेशक दिनेश चंद्र कनौजिया और संजय मोहन के अलावा निदेशक स्तर का कोई और
अधिकारी नहीं है। लिहाजा माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने वासुदेव यादव को
विभाग के निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार सौंपने का प्रस्ताव शासन को भेजा था।
माध्यमिक शिक्षा विभाग मुख्यमंत्री के अधीन है। लिहाजा निदेशालय के इस
प्रस्ताव को मुख्यमंत्री की अनुमति के लिए भेजा गया है।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) में संयुक्त
निदेशक के पद पर तैनात महेंद्र सिंह को भी शिक्षा विभाग में निदेशक के पद
पर तैनात करने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री की मंजूरी के लिए भेजा गया है।
महेंद्र सिंह शिक्षा विभाग के वरिष्ठतम अधिकारियों में हैं, लेकिन किन्हीं
कारणों से उनकी पदोन्नति नहीं हो पायी थी। गौरतलब है कि बेसिक शिक्षा
निदेशक दिनेश चंद्र कनौजिया के पास एससीईआरटी तथा साक्षरता एवं वैकल्पिक
शिक्षा के निदेशक पदों का भी चार्ज है।
No comments:
Post a Comment