सीतापुर : अड़तालिस घंटे में पहुंचने वाली स्पीड पोस्ट सेवा एक सप्ताह में पहुंच रही थी। जिसके कारण प्रतियोगी फार्म समय से न पहुंच पाने से कई प्रतियोगी परीक्षा से वंचित रह जाते थे। स्पीड पोस्ट में देरी के कारण एक प्रतियोगी परीक्षा से वंचित रह गया था। प्रतियोगी ने उपभोक्ता फोरम में याचिका दाखिल करके हर्जाने की मांग की थी। याचिका पर सुनवाई करते हुए उपभोक्ता फोरम ने डाक विभाग पर पच्चीस हजार रुपये का जुर्माना लगाया था। लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा। क्योंकि स्पीड पोस्ट सेवा लखीमपुर में खुल जाने से अड़तालिस घंटे के अंदर ही स्पीड पोस्ट पहुंच जाएगी।
डाक विभाग की लेट लतीफ सेवा के कारण लोगों का इससे मोह भंग होता जा रहा है। स्पीड पोस्ट में देरी का कारण यह था कि सीतापुर से शाहजहांपुर भेजी गई स्पीड पोस्ट पहले लखीमपुर खीरी जाती थी। उसके बाद पुन: सीतापुर वापस आती थी फिर वह लखनऊ वापस चली जाती थी। लखनऊ जाने के बाद स्पीड पोस्ट को शाहजहांपुर भेजा जाता था। इधर उधर चक्कर काटने के कारण स्पीड पोस्ट समय पर नही पहुंच पाती थी। यदि कोई व्यक्ति नौकरी के लिए आवेदन करता है और आवेदन जमा करने की अंतिम तारीख चार पांच दिन बची होती है तो वह समझता है कि स्पीड पोस्ट समय पर पहुंच जाएगी। परंतु कई जिलों के चक्कर लगाने के कारण स्पीड पोस्ट पहुंचने में एक सप्ताह का समय लग जाता है। जिससे आवेदन फार्म समय पर नही पहुंच पाता है और आवेदक परीक्षा से वंचित रह जाता है। साथ ही आवेदन वापस आने पर 100 रुपये के ड्राफ्ट को वापस करने पर 30 रुपये कमीशन कट जाता है और 40 रुपये के टिकट बेकार हो जाते है। इसी को देखते हुए डाक महकमें ने अब पोस्ट स्पीड सेवा लखीमपुर से शुरू करने का निर्णय लिया गया है। स्पीड पोस्ट सेवा लखीमपुर में शुरू होने से अड़तालिस घंटे में ही स्पीड पोस्ट पहुंच जाया करेगी। डाक अधीक्षक एसएन त्रिपाठी का कहना है कि अब ऐसी समस्याएं नही आएंगी। क्योंकि लखीमपुर से स्पीड पोस्ट सेवा शुरू होने जा रही है। जिससे अड़तालिस घंटे में ही स्पीड पोस्ट पहुंच जाएगी।