इलाहाबाद : शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण अभ्यर्थी शिक्षकों की भर्ती पर सरकार से अपना रुख स्पष्ट करने की मांग की है। टीईटी मामले में उत्पन्न गतिरोध के मुद्दे पर टीईटी उत्तीर्ण एकता संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने रविवार को कंपनी बाग में बैठक की।
पदाधिकारियों का कहना था कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी निस्संदेह चयन लायक हैं। इसलिए इन्हें संदेह की नजर से देखना बंद किया जाए। भ्रामक सूचनाएं देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। पदाधिकारियों का कहना था कि जो लोग धन उगाही तथा नंबर बढ़ाने वाले गिरोह में शामिल होकर शुचितापूर्ण संपन्न हुई परीक्षा पर संदेह खड़ा कर रहे हैं, वह निस्संदेह असफल लोग हैं। टीईटी के खिलाफ आरोप लगाने वालों को समझना चाहिए कि यह सिर्फ पात्रता परीक्षा है चयन का आधार नहीं। 26 हजार आपत्तियों में से 24हजार का परिणाम परिवर्तित न होना यह दिखाता है कि आपत्तियां निराधार हैं। बैठक 22 जनवरी को फिर होगी। बैठक में अध्यक्ष विवेकानंद, मनोज सिंह, प्रियंका शाहू, शिल्पी जायसवाल, संजीव मिश्रा, ज्ञानेश, डा.आरसी तिवारी, प्रताप यादव, उमाशंकर पटेल आदि मौजूद