बदायूं : टीईटी के जरिए शिक्षक बनने का सपना संजोये आवेदकों के लिए कड़ा संघर्ष करना होगा। डायट में आवेदन पत्रों की संख्या देखकर तो कमोवेश यही लग रहा है। यहां रिक्त सोलह सौ पदों के सापेक्ष अभी तक सवा लाख आवेदन डायट प्रशासन को मिल चुके हैं।
जिले में टीईटी टेस्ट के आधार पर मेरिट से सोलह सौ शिक्षकों की भर्ती होनी है। इसके लिए यहां के डायट में आवेदन पत्र मंगाए गए हैं। अभी तक आवेदन की अंतिम तिथि नौ जनवरी थी। अभी से डायट में सवा लाख फार्म आ चुके हैं। नौ जनवरी तक इनकी संख्या डेढ़ लाख हो जाने की उम्मीद है। हालांकि अभी टीईटी की आपत्तियां निस्तारण होने के बाद पास आवेदकों की संख्या और बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे में आवेदन की अंतिम तिथि को भी आगे बढ़ाया जा सकता है और आवेदन की संख्या भी बढ़ सकती है।
ताजा स्थिति पर गौर करें तो टीईटी के आधार पर शिक्षक भर्ती में हाईकोर्ट ने पेंच फंसा दिया है। प्रक्रिया पर फिलहाल रोक लग गई है पर आवेदन पत्र आने का सिलसिला जारी है। डायट प्राचार्या दिनेश नंदिनी ने बताया कि आवेदन पत्र आने पर रोक लगी है। कम स्टाफ के बाद भी वह वैकल्पिक व्यवस्था करके आवेदन जमा करने का काम द्रुत गति से करा रही हैं। उन्होंने बताया कि भर्ती के संबंध में वह विभागीय निर्देशों का पालन करेंगी। फिलहाल आवेदन जमा करके उन्हें क्रमवार छंटवाना और सूची बनवाना उनकी प्राथमिकता होगी।
जिले में टीईटी टेस्ट के आधार पर मेरिट से सोलह सौ शिक्षकों की भर्ती होनी है। इसके लिए यहां के डायट में आवेदन पत्र मंगाए गए हैं। अभी तक आवेदन की अंतिम तिथि नौ जनवरी थी। अभी से डायट में सवा लाख फार्म आ चुके हैं। नौ जनवरी तक इनकी संख्या डेढ़ लाख हो जाने की उम्मीद है। हालांकि अभी टीईटी की आपत्तियां निस्तारण होने के बाद पास आवेदकों की संख्या और बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे में आवेदन की अंतिम तिथि को भी आगे बढ़ाया जा सकता है और आवेदन की संख्या भी बढ़ सकती है।
ताजा स्थिति पर गौर करें तो टीईटी के आधार पर शिक्षक भर्ती में हाईकोर्ट ने पेंच फंसा दिया है। प्रक्रिया पर फिलहाल रोक लग गई है पर आवेदन पत्र आने का सिलसिला जारी है। डायट प्राचार्या दिनेश नंदिनी ने बताया कि आवेदन पत्र आने पर रोक लगी है। कम स्टाफ के बाद भी वह वैकल्पिक व्यवस्था करके आवेदन जमा करने का काम द्रुत गति से करा रही हैं। उन्होंने बताया कि भर्ती के संबंध में वह विभागीय निर्देशों का पालन करेंगी। फिलहाल आवेदन जमा करके उन्हें क्रमवार छंटवाना और सूची बनवाना उनकी प्राथमिकता होगी।