आगरा। अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में अच्छी मेरिट दिलाने के खेल में फंसे जैतपुर ब्लाक के दो शिक्षकों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए सोमवार को कानपुर पुलिस बेसिक शिक्षा कार्यालय पहुंची। पुलिस के आने से कार्यालय कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। पुलिस ने कार्यालय के दस्तावेज खंगाले। आरोपियों से संबंधित कुछ दस्तावेज पुलिस अपने साथ ले गई है।टीईटी में गड़बड़ी करने के लिए रकम लेकर जाते रैकेट को रमाबाई नगर में पुलिस और आयकर विभाग की टीम ने 87 लाख रुपए के साथ पकड़ा था। इसमें जैतपुर ब्लाक के दो शिक्षक रतन मिश्रा व विनय सिंह सिकरवार भी शामिल हैं।
दोनों आरोपी शिक्षकों के विषय में जानकारी व गिरोह के तार तलाशते हुए रमाबाई नगर की पुलिस सोमवार को बेसिक शिक्षा कार्यालय पहुंची। टीम ने कार्यालय में उपस्थित कर्मचारियों से पूछताछ की, दस्तावेज खंगाले और दोनों आरोपी शिक्षकों के बारे में जानकारी जुटाई। यहां से पुलिस ने दोनों शिक्षकों का निलंबन पत्र और अन्य दस्तावेज लिए हैं। बीएसए के उपस्थित न होने पर जैतपुर ब्लाक के खंड शिक्षाधिकारी संजय सिंह से फोन पर शिक्षकों के बारे में पूछताछ की, बाद में पुलिस जैतपुर भी पहुंची। यहां पर दोनों शिक्षकों के विषय में विद्यालयों में पूछताछ की गई। हालांकि दोनों शिक्षकों का सही पता नहीं मिलने से पुलिस परेशान दिखी। दोनों की सर्विस बुक की फोटो कापी पुलिस अपने साथ ले गई। पुलिस के अनुसार गिरोह के तार शिक्षा विभाग के बडे़ अधिकारियों से भी जुडे़ हो सकते है।
दोनों आरोपी शिक्षकों के विषय में जानकारी व गिरोह के तार तलाशते हुए रमाबाई नगर की पुलिस सोमवार को बेसिक शिक्षा कार्यालय पहुंची। टीम ने कार्यालय में उपस्थित कर्मचारियों से पूछताछ की, दस्तावेज खंगाले और दोनों आरोपी शिक्षकों के बारे में जानकारी जुटाई। यहां से पुलिस ने दोनों शिक्षकों का निलंबन पत्र और अन्य दस्तावेज लिए हैं। बीएसए के उपस्थित न होने पर जैतपुर ब्लाक के खंड शिक्षाधिकारी संजय सिंह से फोन पर शिक्षकों के बारे में पूछताछ की, बाद में पुलिस जैतपुर भी पहुंची। यहां पर दोनों शिक्षकों के विषय में विद्यालयों में पूछताछ की गई। हालांकि दोनों शिक्षकों का सही पता नहीं मिलने से पुलिस परेशान दिखी। दोनों की सर्विस बुक की फोटो कापी पुलिस अपने साथ ले गई। पुलिस के अनुसार गिरोह के तार शिक्षा विभाग के बडे़ अधिकारियों से भी जुडे़ हो सकते है।