वाराणसी : यूपी शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की मुश्किलें अभी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। वैसे इस बार माध्यमिक शिक्षा विभाग नहीं बल्कि डाक महकमा शिक्षक बनने की राह में रोड़ा बन कर सामने आ गया है। बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालयों हेतु प्रशिक्षु- शिक्षकों के चयन बाबत आवेदन करने वाले कई अभ्यर्थियों का फार्म वापस आ गया है। वह भी आवेदन करने के दस से बारह दिन बाद।
रमरेपुर पहड़िया, सारनाथ निवासी विजय कुमार पटेल का कहना है कि सारनाथ, डाकघर से 31 दिसम्बर को प्रात: 11 बजे महोबा समेत 14 जनपद के लिए आवेदन पत्र भेजा। इसमें से महोबा को भेजा गया आवेदन पत्र 16 जनवरी को लौट आया। आवेदन पत्र पर 12 जनवरी, 2012 रिफियूज्ड लिखकर दर्शाया गया है। ट्रैक नम्बर-ईयू 109246335 इन है। अभ्यर्थी का कहना है कि वेबसाइट पर जब शेष फार्म की स्थिति देखी गई तो 14 फार्म में पांच की डिलेवरी होना और बाकी फार्म कैंट डाकघर में शो कर रहा है। शिक्षक भर्ती फार्म जमा करने की अंतिम तिथि नौ जनवरी मुकर्रर थी। विजय का कहना है कि यह फार्म महोबा से वापस आया है कि यहीं से लौटा दिया गया, समझ में नहीं आ रहा। जब सारनाथ से स्पीड पोस्ट से फार्म को भेजा जा रहा था तो जिम्मेदार अधिकारियों का दावा था कि 48 घंटे के अंदर हर हाल में यह पहुंच जाएगा। बहरहाल, अभ्यर्थी का कहना है कि डाक विभाग के आला अधिकारियों से इसकी शिकायत करूंगा क्योंकि यह मेरी जिदंगी का सवाल है। इस तरह की शिकायत कई अभ्यर्थियों की है। वाराणसी की प्रीति गुप्ता, अर्चना वर्मा व मऊ जिले के नीरज राय, मीरजापुर की सविता के भी एक-एक फार्म वापस आ गए हैं। वहीं शिव विहार कालोनी की नीतू विश्वकर्मा का कहना है कि मेरे छह फार्म वापस आ गए हैं।