कानपुर : यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटर के 53 लाख
परीक्षार्थियों की परीक्षा को लेकर संशय करने की जरूरत नहीं है। कार्यवाहक
निदेशक सीपी तिवारी ने साफ किया है कि परीक्षार्थियों का भविष्य हर हाल में
बचाया जायेगा। होली से पहले सभी तैयारियां पूरी कर ली जायेंगी।
पहले शिक्षा मंत्री रंगनाथ मिश्र की बर्खास्तगी, फिर निदेशक संजय मोहन की गिरफ्तारी और अब बोर्ड सचिव प्रभा त्रिपाठी, जिनके हाथ में बोर्ड परीक्षा की पूरी कमान रहती है, अचानक छुंट्टी पर चले जाने से हाई स्कूल व इंटरमीडिएट की संस्थागत व्यक्तिगत परीक्षा को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है।
क्या हैं संकट
परीक्षा को लेकर अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। बोर्ड ने अभी तक कक्ष निरीक्षकों की तैनाती के स्पष्ट नियम नहीं भेजे हैं इसलिए जिलों में तैयारी ठप है। बोर्ड अभी तक परीक्षा केंद्रों की भी अंतिम सूची जारी नहीं कर पाया है। केंद्रों पर प्रश्नपत्र कब तक पहुंचेंगे इसका अता पता नहीं है। स्ववित्तपोषी केंद्रों पर पर्यवेक्षकों व केंद्राध्यक्षों की तैनाती को लेकर भी संशय बना हुआ है। प्रवेशपत्र कब तक आयेंगे की भी जानकारी नहीं है। परीक्षा कार्यक्रम नेट पर तो है परंतु मुद्रितरूप से अभी नहीं आया। अभी एक चौथाई की प्रयोगात्मक परीक्षा भी शेष है।
दो दिनों में होगा फैसला
परीक्षा को लेकर अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। बोर्ड ने अभी तक कक्ष निरीक्षकों की तैनाती के स्पष्ट नियम नहीं भेजे हैं इसलिए जिलों में तैयारी ठप है। बोर्ड अभी तक परीक्षा केंद्रों की भी अंतिम सूची जारी नहीं कर पाया है। केंद्रों पर प्रश्नपत्र कब तक पहुंचेंगे इसका अता पता नहीं है। स्ववित्तपोषी केंद्रों पर पर्यवेक्षकों व केंद्राध्यक्षों की तैनाती को लेकर भी संशय बना हुआ है। प्रवेशपत्र कब तक आयेंगे की भी जानकारी नहीं है। परीक्षा कार्यक्रम नेट पर तो है परंतु मुद्रितरूप से अभी नहीं आया। अभी एक चौथाई की प्रयोगात्मक परीक्षा भी शेष है।
दो दिनों में होगा फैसला
बोर्ड निदेशक के मुताबिक दो दिनों में फैसला कर लिया जायेगा कि परीक्षा तैयारी को कैसे और गतिमान किया जाये। जिलों में 70 प्रतिशत कापियां पहुंच चुकीं हैं। कक्ष निरीक्षकों की तैनाती व परीक्षा के बाबत अन्य नियम निर्देश 26 तक जारी कर दिये जायेंगे। होली तक सभी तैयारियां पूरी हो जायेगी। प्रश्नपत्रों का वितरण भी शीघ्र शुरू हो रहा है।
40 लाख हाईस्कूल व 23 लाख इंटरमीडिएट परीक्षार्थियों की लगभग दस हजार केंद्रों पर होने वाली परीक्षा तैयारियों का जायजा लिया है। 6 मार्च तक सभी व्यवस्थाएं चाकचौबंद हो जायेंगी। नकल रोकने को मंडल स्तर पर बोर्ड पर्यवेक्षक रहेंगे। नकल कराने वाले सीधे जेल भेजे जायेंगे। - सीपी तिवारी, निदेशक माध्यमिक शिक्षा
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