बरेली : टीईटी का प्रमाणपत्र लेने पहुंचे अभ्यर्थियों ने सोमवार को जीआईसी में जमकर हंगामा किया। उनकी मांग थी कि कॉलेज में प्रमाणपत्र बांटने के लिए काउंटरों की संख्या बढ़ाई जाए साथ ही मूल शैक्षिक प्रमाणपत्र देखने के बाद अभिभावकों को प्रमाणपत्र दे दिया जाए। इसके अलावा विकलांगों के लिए भी अलग काउंटर बने। यह भी कहा गया कि रोलनंबर के हिसाब से प्रमाणपत्र बांटे जाएं जिससे अव्यवस्था को समाप्त किया जा सके। काफी देर तक इसे लेकर शोरशराबा चलाता रहा। अखिल भारतीय भ्रष्टाचार उन्मूलन संठन के सदस्यों ने प्रधानाचार्य को ज्ञापन देने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने ज्ञापन लेने से मना कर दिया। इससे बात और बिगड़ गई। इस मौके पर सौरभ जैन, प्रकाश शर्मा, इरफान हुसैन, सरबजीत शर्मा, योगेंद्र कुमार सिंह, मोहम्मद फिरोज, मोहम्मद अहमद, हरि स्वरूप, देवेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।
इस संबंध में प्रधानाचार्य जीएल कोली ने बताया कि अभिभावक जब अपने पहचान पत्र और अभ्यर्थी की ओर से लिखा प्रार्थना पत्र साथ लाएंगे, तभी उन्हें प्रमाण पत्र मिलेगा। यदि किसी अभ्यर्थी के पास मूल अंकपत्र नहीं है तो वह इंटरनेट की जीरॉक्स कॉपी साथ लाएं, जिसमें उसका फोटो लगा हो। लड़कों और लड़कियों का अलग काउंटर है। 35 शिक्षक व्यवस्था देख रहे हैं। यह जॉब ओरिएंटेड प्रमाण पत्र है, इसे किसी को भी नहीं दिया जा सकता है।
यह सच है कि मुरादाबाद मंडल में प्रमाणपत्र बांटने के लिए कई सेंटर बने हैं, लेकिन बरेली मंडल में यह अकेला सेंटर है। इससे हम लोगों को भी परेशानी हो रही है लेकिन सब कुछ व्यवस्थित ढंग से करने का प्रयास किया जा रहा। अभ्यर्थियों को परेशान होने की जरूरत नहीं है, अभी प्रमाणपत्र बांटने का काम कई दिनों तक चलेगा। रही बात व्यवस्था बदलने की तो यह कदम संयुक्त शिक्षा निदेशक ही उठा सकते हैं।
प्रिंसिपल ने ज्ञापन लेने से इनकार किया
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