लखनऊ : माध्यमिक शिक्षा
निदेशक संजय मोहन की गिरफ्तारी के बाद शुरू जांच अब जिस मोड़ पर है, वहां
एक प्रभावशाली मंत्री भी शक के घेरे में आ गए हैं। जांच में रमाबाईनगर की
पुलिस को इस बात की पुख्ता जानकारी मिली है कि संजय मोहन के इस पूरे खेल की
जानकारी इस मंत्री को थी लेकिन उन्होंने चुप्पी साधे रखी। चुप्पी क्यों
साधी, यह सवाल मंत्री को शक के घेरे में खड़ा करता है।
मालूम हो
कि टीईटी परीक्षा में अंक बढ़वाने के लिए धनराशि वसूलने को लेकर पुलिस ने
गत 8 फरवरी को संजय मोहन को गिरफ्तार किया था। इसके पूर्व इसी मामले में
रमाबाई नगर की पुलिस ने 11 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर उनके पास से उनके पास
करीब 96 लाख रुपये बरामद हुए थे। इन्हीं लोगों के जरिये यह पता चला था कि
संजय मोहन ही टीईटी घोटाले के मुख्य सूत्रधार हैं और 12 करोड़ रुपये वसूलने
का लक्ष्य रखा गया था।
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