इटावा। नौकरी
के संकट से जूझ रहे टीईटी आवेदकों के ड्राफ्ट भी समस्या बने हुए हैं। करीब
साढ़े छह हजार आवेदकों के यह ड्राफ्ट डायट और बैंक की आपसी समस्या से डायट
में ही रखे हैं। तीन माह बाद अब तक सिर्फ ढाई हजार ड्राफ्ट ही जमा हुए हैं।
ऐसे में चार हजार ड्राफ्ट अभी भी बैंक मेें जमा नहीं हुए हैं। ड्राफ्ट की
अवधि महज छह माह है, इसमें तीन माह गुजर चुके हैं।
टीईटी आवेदकों ने नौकरी के लिए प्रदेश भर की डायट पर आवेदन किए हैं। जिले की डायट पर ही करीब 77 हजार आवेदन आए हैं। इनमें करीब 6500 आवेदन पत्रों के साथ ड्राफ्ट भी लगे हैं। इनका मूल्य करीब 20 लाख रुपए है। इन ड्राफ्ट्स की अवधि छह माह निर्धारित है। इस अवधि में ही इन ड्राफ्ट को बैंक में जमा होना चाहिए। ड्राफ्टों को आए हुए करीब तीन माह गुजरने को हैं। लेकिन अभी तक सिर्फ ढाई हजार ड्राफ्ट ही बैंक में जमा हो पाए हैं। शेष ड्राफ्ट डायट में ही रखे हैं। इस संबंध में डायट में कार्यरत पटल सहायक का कहना हैं कि बैंक ने एक साथ सभी ड्राफ्ट लेने से इंकार कर दिया जिससे समस्या है।
बैंक को लिखा है पत्र
डायट प्राचार्या सरोज श्रीवास्तव का कहना रहा कि सेंट्रल बैंक में विभाग का खाता है। उसी में टीईटी आवेदकों के ड्राफ्ट जमा किए जा रहे हैं। बैंक ने यह कहते हुए परेशानी जताई कि एक साथ काफी संख्या में ड्राफ्ट जमा करने पर क्लीयरिंग में दिक्कत आती है। इसलिए एक दिन में सिर्फ 50 ड्राफ्ट स्वीकार किए जा सकते हैं। इस पर बैंक का पत्र भेजा गया है।
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