उन्नाव : प्रदेश में सत्ता परिर्वतन के बाद अब यूपीटीईटी
प्रशिक्षु अपना भविष्य अंधकार में देख आंदोलन करने की रणनीति बना चुके हैं।
सोमवार को इसी इरादे से यूपीटीईटी के लगभग दो सैकड़ा प्रशिक्षु सड़क पर उतरे और पैदल मार्च कर विरोध प्रदर्शन किया।
इस बीच प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बीएसए व एसडीएम को ज्ञापन सौंप जल्द से
जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रक्रिया
पूरी करने के साथ ही भर्ती में शैक्षिक योग्यता की जगह टीईटी परीक्षा की
मेरिट को आधार बनाया जाये।
यूपीटीईटी परीक्षा में उत्तीर्ण रहे प्रशिक्षुओं ने सोमवार को अम्बेडकर पार्क स्थल से चलकर कलेक्ट्रेट तक शांति मार्च निकाला। इसी बीच प्रशिक्षुओं ने प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे अतुल कुमार तिवारी ने कहा कि कुछ अराजकतत्वों ने अपने काले कारनामों के चलते भर्ती प्रक्रिया में व्यवधान उत्पन्न कर दिया। इससे प्रशिक्षुओं का लगातार शारीरिक, मानसिक व आर्थिक शोषण हो रहा है।
संरक्षक अमित त्रिपाठी ने कहा कि मौजूदा प्रदेश सरकार को हम सभी का हित देखते हुए यथाशीघ्र नियुक्ति प्रक्रिया शुरु करायी जाये ताकि हम सभी को रोजगार मिल सके। इसके अलावा भर्ती प्रक्रिया टीईटी मेरिट के आधार पर हो, क्योंकि सीबीएसई, आईसीएसई एवं यूपी बोर्ड की मूल्यांकन प्रक्रिया में काफी बड़ा अंतर है। यदि सरकार ने जल्द इसका फैसला लिया तो तीन लाख बेरोजगारों को रोजगार एक साथ मिल जायेगा।
इसके बाद प्रदर्शन कर रहे लोगों ने उपजिलाधिकारी सदर अम्बरीश कुमार श्रीवास्तव व बीएसए राजेश कुमार वर्मा को एक चार सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। इससे पहले हुई टीईटी प्रशिक्षुओं की सभा को जिला शैक्षिक संघ के अध्यक्ष श्रीकृष्ण त्रिवेदी व वरिष्ठ नागरिक संघ के महामंत्री एच.सी. तिवारी ने भी सम्बोधित किया।
प्रदर्शन करने वालों में प्रमुख रूप से शशि सिंह, सारिका, गरिमा दुबे, प्रतीक्षा द्विवेदी, प्रीती सिंह चौहान, शिवांगी शुक्ला, विवेक बाजपेयी, देवेंद्र सिंह, अनूप कुमार गौतम, रमाकांत, महेश लोधी, अतुल गिरी, शिवम् शुक्ल आदि मौजूद रहे।
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