17 July 2012

Latest DHOLPUR News : धौलपुर : राजस्थान के जिस स्कूल में पढ़े अखिलेश यादव, वहां पहुंच बीते पलों में खोए!


धौलपुर.उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि लक्ष्य बनाकर कड़ी मेहनत करने पर ही सफलता मिलती है और स्कूल इसमें अहम भूमिका निभाते हैं। विद्यार्थी जीवन में मिलने वाला रगड़ा अर्थात पनिशमेंट जीवन में निखार लाता है। इसलिए उसका विद्यार्थी और उसके अभिभावकों को बुरा नहीं मानना चाहिए।

यह बात उन्होंने यहां राष्ट्रीय मिल्रिटी स्कूल के गोल्डन जुबली समारोह में कहीं। राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल धौलपुर के स्टूडेंट रहे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। सोमवार को मिल्रिटी स्कूल के 50 वर्ष पूरा होने पर गोल्डन जुबली समारोह का आयोजन किया गया।

यादव ने कहा कि राष्ट्रीय मिल्रिटी स्कूल का गौरवशाली इतिहास रहा है और इसका मैं स्टूडेंट रहा हूं, जिसका मुझे गर्व है। उन्होंने कहा कि करीब 22 साल पुराने वक्त को याद कर ऐसा लगा कि अभी कुछ भी नहीं बदला। स्कूली जीवन के वह पल एक-एक कर याद आ गए। भले ही वे पढ़ने में बहुत अच्छे नहीं रहे, लेकिन खेलों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते थे। लगभग हर खेल की टीम में वे शामिल हुए। उन्होंने यहां जो सीखा वह आज मेरी ताकत है। हार्डवर्क, लक्ष्य और तैयारी सब कुछ यही से सीखा।

समय बदला है, चीजें भी बदली है। किंतु स्कूल से जो सीखा है वह ताकत बनकर काम आ रहा है। सीमित साधनों में कैसे बेहतर कर सकते हैं यह यहां से ही सीखा। आज जो भी कुछ हूं इसी विद्यालय की बदौलत हूं। उन्होंने कहा कि वे दूसरे स्टेट से है। इस वजह से यहां के लिए कोई घोषणा नहीं कर सकते, लेकिन वे सेना के अधिकारियों से चर्चा कर कोशिश करेंगे कि राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल को कैसे वे कुछ सहायता कर सकते हैं।

मिलिट्री स्कूल में पढ़ाना सौभाग्य

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए दक्षिण-पश्चिम कमान के लेफ्टिनेंट जनरल ज्ञान भूषण ने कहा कि राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल में पढ़ाना ही सौभाग्य और गौरव की बात है। इस अवसर को यूं ही नहीं गंवाना चाहिए। कड़ी मेहनत कर देश व भविष्य बनाना चाहिए। कार्यक्रम में सेना के कई अधिकारी, शिक्षक और स्टूडेंट उपस्थित थे।

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