लखनऊ (ब्यूरो)। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में धोखाधड़ी कर अंक पाने वाले शिक्षक नहीं बन पाएंगे। रमाबाई नगर की पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर ऐसे अभ्यर्थियों को बाहर किए जाने की तैयारी है। शासन स्तर पर इस संबंध में सहमति बन गई है। टीईटी 2011 के संबंध में कैबिनेट के लिए तैयार प्रस्ताव में इसे स्पष्ट कर दिया गया है। इसके अलावा मई 2012 में आयोजित होने वाली टीईटी अब नवंबर में आयोजित कराई जाएगी। कैबिनेट से इस संबंध में भी मंजूरी ली जाएगी।
मुख्य सचिव जावेद उस्मानी की अध्यक्षता में टीईटी परीक्षा में हुई गड़बड़ियों की जांच के लिए हाईपावर कमेटी बनाई गई थी। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सौंपी दी। सूत्रों का कहना है कि रिपोर्ट में रमाबाई नगर की पुलिस द्वारा की गई जांच रिपोर्ट का भी जिक्र किया गया है। इसमें ही पुलिस की जांच रिपोर्ट में धोखाधड़ी कर अंक बढ़वाने वाले अभ्यर्थियों को शिक्षक भर्ती प्रक्रिया से बाहर रखने की बात की गई है। बताया जाता है कि कैबिनेट की बैठक में ऐसे अभ्यर्थियों को बाहर रखने पर भी निर्णय किया जाएगा। विभागीय जानकारों की मानें तो करीब 4500 के आंसर शीट पर फ्ल्यूड लगाकर अंक बढ़ाए गए हैं। इसके अलावा भी हजारों छात्रों के अंक बढ़ाए जाने के सुबूत मिले हैं।
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