22 December 2011

Latest UPTET News : इलाहाबाद : टीईटी के चार और सवालों पर आपत्ति


इलाहाबाद : शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की आंसरशीट तैयार करने वाले विशेषज्ञों की जानकारी पर भी सवाल उठने लगे हैं। टीईटी डी सीरिज के चार और सवालों पर आपत्ति के बाद बुधवार शाम शासन ने विशेषज्ञ कमेटी के बारे में जांच का फैसला किया है। सूत्रों की माने तो लगातार आपत्तियों के कारण खराब हो रही इमेज से परेशान शासन ने विशेषज्ञों की तरफ से तैयार सवालों की सूची और उनके विकल्पों का ब्योरा मंगाया है। जांच की जा रही है कि कहीं विशेषज्ञों और जांच एजेंसी के बीच विकल्प फीड करने में कुछ भ्रम तो नहीं हुआ, जिसके कारण इतनी बड़ी संख्या में जवाब गलत निकले। विभागीय सूत्रों की माने तो अब तक लगभग 20 सवालों के विकल्प संशोधित किए जा चुके हैं और बुधवार को चार अन्य सवालों पर आपत्तियां की गई हैं। बुधवार को अभ्यर्थियों ने डी सीरिज केजिन सवालों पर आपत्ति की है, उनके विकल्प एक नजर में समझ में आने वाले हैं। मसलन, सवाल है कि अभिभावक यदि स्कूल नहीं आते तो क्या करना चाहिए। बोर्ड ने जिस जवाब को सही माना है, वह है कि बच्चों की उपेक्षा करनी चाहिए, जबकि अभ्यर्थियों का दावा है कि विकल्प, ‘सूचना भेजनी चाहिए’, उपयुक्त है। एक अन्य सवाल है कि प्रदूषण पर रोक के लिए भारत और अन्य देशों में किसके प्रयोग पर रोक लगाई गई है। बोर्ड ने ‘कागज की थैली’ विकल्प पर नंबर दिए हैं जबकि अभ्यर्थियों का दावा है कि ‘पालीथिन की थैली’ विकल्प पर अंक मिलने चाहिए। दो अन्य बेहद साधारण सवाल हैं।
एक सवाल किंडर गार्डेन पद्धति को लेकर है। बोर्ड ने मांटेशरी विकल्प पर नंबर दिए हैं, अभ्यर्थियों का दावा है कि विकल्प फावेल सहीहै। चौथा सवाल जिस पर बुधवार को आपत्ति की गई, वह है कि विद्यार्थी कौन सी संधि है, बोर्ड ने गुणसंधि पर अंक दिए हैं जबकिअभ्यर्थियों के मुताबिक दीर्घ संधि पर नंबर मिलने चाहिए।सवाल केवल यह नहीं कि इन सवालों के क्या विकल्प सही माने गए,ताज्जुब यह कि ए सीरिज में इन्हीं सवालों के उन विकल्पों पर अंक दिए गए जो अभ्यर्थी बता रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है किकम्प्यूटर में सीरिज के हिसाब से सवालों के जो विकल्प फीड किए गए. गड़बड़ी उसी स्तर पर हुई। सीरिज तो बदल गई लेकिन उसके अनुरूप विकल्प नहीं बदले गए। 15 अंक तक बदल सकती है मेरिटसंशोधन के बाद मेरिट 15 अंक तक बदल सकती है। जिन छात्रों ने संशोधन के लिए आवेदन किया है, उनमें से ज्यादातर पास हैं। अभ्यर्थियों का दावा है कि उनके 15 अंक तक बढ़ सकते हैं। किसी अभ्यर्थी के 98 अंक तो किसी के 102। उनके 15 अंक बढ़े तो मेरिट में खासा उलटफेर हो सकता है।

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