आगरा : फर्जी मार्कशीट के खुलते मामलों ने डॉ. भीमराव अंबेडकर विवि में हलचल मचा दी है। घबराहट इस हद तक है कि मेरठ से जांच को आए सीबीसीआइडी के अधिकारी को भी छात्र-छात्राओं की तरह टहला दिया गया। विवि के इस रुख पर सख्त सीबीसीआइडी की टीम कभी भी विवि में छापा मार सकती है।
पंचशील नगर गाजियाबाद में ऐसे 49 मामले दर्ज हैं, जिसमें अभ्यर्थियों ने फर्जी मार्कशीट के जरिए बीटीसी में नौकरी हथिया ली। फर्जीवाड़ा खुलता जा रहा है। ऐसा ही एक मामला निर्भय सिंह पुत्र रामलाल का पकड़ा गया है। निर्भय ने हाईस्कूल या इंटरमीडिएट नहीं किया। अंबेडकर विवि ने उसे सीधे बीए फाइनल की मार्कशीट दे दी। विवि में परीक्षा विभाग के चार्ट में बकायदा नंबर चढ़े हुए हैं। बीए फाइनल की प्राइवेट परीक्षा आरबीएस कॉलेज से बताई गई है। जब शनिवार को जांच अधिकारी कॉलेज पहुंचे तो यहां कोई रिकॉर्ड नहीं मिला।
सूत्रों ने बताया कि सीबीसीआइडी अधिकारी ने मुख्यालय में विवि के रवैये की शिकायत कर दी है। साफ कह दिया है कि उन्हें जांच में असहयोग करते हुए इधर-उधर भटकाया जा रहा है। इसके बाद अधिकारी को मेरठ वापस बुला लिया गया है। अब कभी भी मुख्यालय से सीबीसीआइडी की पूरी टीम विवि में छापा मारने आ सकती है।
कुलसचिव प्रभात रंजन ने बताया कि हम पता कर रहे हैं कि उस वक्त परीक्षा विभाग में कस्टोडियन कौन था। चार्ट में हेराफेरी का पता उन्हीं से चलेगा। जल्द ही मामला खुल जाएगा।