इलाहाबाद। सहायक अध्यापक चयन प्रक्रिया पर ब्रेक से निराश, परेशान शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी! नए सत्र में शिक्षकों की विशेष भर्ती प्रक्रिया से 80 हजार और पद जुड़ जाएंगे। बेसिक शिक्षा विभाग में रिक्त पड़े पदों को जल्द से जल्द भरने के सर्व शिक्षा अभियान की पहल के बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इसकी संस्तुति कर दी है।
तय किया गया है कि आचार संहिता खत्म होने के बाद सर्व शिक्षा अभियान की तरफ से प्रस्ताव एनसीटीई को भेजा जाएगा। नई चयन प्रक्रिया को विशेष भर्ती अभियान के तौर पर ही प्रस्तुत किया जाएगा लेकिन ये पद पहले से घोषित पदों से अलग होंगे। यह भी साफ है कि चयन का आधार टीईटी को ही बनाया जाएगा। प्रारूप बनाने वाले अधिकारियों का कहना है कि टीईटी के बाद बीएड या बीटीसी कोई मुद्दा नहीं रहा।
एनसीटीई को सभी अधिनियमों की जानकारी देकर यही समझाया जाएगा ताकि चयन में आगे कोई विवाद न खड़ा हो। अधिकारियों की मानें तो वर्तमान में चल रही चयन प्रक्रिया भी एनसीटीई की समय सीमा के दायरे से मुक्त होगी। प्रस्ताव में यदि कोई बड़ा बदलाव न किया गया तो यह भी तय है कि नए पदों पर चयन टीईटी मेरिट से नहीं होगा। टीईटी को केवल आवेदन के लिए पात्र माना जाएगा। चयन के लिए या तो परीक्षा होगी या फिर पूर्व की डिग्रियों को आधार बनाया जाएगा।
प्रारूप तैयार करने वाली कमेटी के सदस्य, सर्व शिक्षा अभियान के सह समन्वयक और उप शिक्षा निदेशक नवनीत भदौरिया ने बताया कि आचार संहिता के मद्देनजर प्रारूप तैयार होने के बाद आगे की प्रक्रिया रोक दी गई है लेकिन नए सत्र में इन पदों पर चयन लगभग तय है।
एनसीटीई को सभी अधिनियमों की जानकारी देकर यही समझाया जाएगा ताकि चयन में आगे कोई विवाद न खड़ा हो। अधिकारियों की मानें तो वर्तमान में चल रही चयन प्रक्रिया भी एनसीटीई की समय सीमा के दायरे से मुक्त होगी। प्रस्ताव में यदि कोई बड़ा बदलाव न किया गया तो यह भी तय है कि नए पदों पर चयन टीईटी मेरिट से नहीं होगा। टीईटी को केवल आवेदन के लिए पात्र माना जाएगा। चयन के लिए या तो परीक्षा होगी या फिर पूर्व की डिग्रियों को आधार बनाया जाएगा।
प्रारूप तैयार करने वाली कमेटी के सदस्य, सर्व शिक्षा अभियान के सह समन्वयक और उप शिक्षा निदेशक नवनीत भदौरिया ने बताया कि आचार संहिता के मद्देनजर प्रारूप तैयार होने के बाद आगे की प्रक्रिया रोक दी गई है लेकिन नए सत्र में इन पदों पर चयन लगभग तय है।