फीरोजाबाद : फर्जी प्रमाण पत्र से बेसिक शिक्षा विभाग में नौैकरी पाने वाले दो और गुरुजी की सेवा समाप्ति पर मंगलवार को शिक्षाधिकारियों की मुहर लग गई। उक्त दोनों शिक्षकों ने संपूर्णानंद विवि वाराणसी की अंकतालिका लगाई थीं, लेकिन डायट द्वारा कराए गए सत्यापन में यह फर्जी पाई गई हैं। इन दोनों की बर्खास्तगी आदेश के साथ में एबीएसए को इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश ने मंगलवार को जारी कर दिए गए।
मामला विलासपुर एवं शादीपुर प्राथमिक स्कूलों से जुड़ा है। बताया जाता है कमल प्रताप सिंह एंवं हरीमोहन की शिक्षक के रूप में कुछ माह पूर्व इन स्कूलों में तैनाती हुई थी। तैनाती के बाद सभी शिक्षकों के साथ इनके भी प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराने के लिए भेजा गया। इन दोनों शिक्षकों के पास में संपूर्णानंद विवि वाराणसी के शैक्षिक प्रमाण पत्र थे। डायट द्वारा कराए गए सत्यापन में संपूर्णानंद विवि वाराणसी ने इन दोनों ही शिक्षकों के प्रमाण पत्रों को फर्जी करार देते हुए कहा यह प्रमाण पत्र उनके यहां के नहीं हैं।
गत दिनों डायट से आई सत्यापन रिपोर्ट के आधार पर बीएसए नरेश वर्मा ने इन दोनों शिक्षकों से जवाब तलब भी किया, लेकिन इनमें से एक शिक्षक ने फिर से जांच कराने की मांग की। नियम के अनुरुप जवाब न मिलने पर बीएसए ने दोनों शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दीं। इस संबंध में बीएसए नरेश वर्मा ने कहा कि उक्त दोनों शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर कराने के निर्देश एबीएसए को दिए गए हैं।