देवरिया : टीईटी परीक्षा
2011 में सफल अभ्यर्थियों की बैठक रविवार को टीईटी संघर्ष मोर्चा के
तत्वावधान में हुई। बैठक को संबोधित करते हुए गोरखनाथ सिंह ने कहा कि
घोटालेबाजों को कड़ी सजा दिया जाना चाहिए और किसी भी दशा में अगर टीईटी
परीक्षा रद्द होती है तो सामूहिक रुप से निर्णायक संघर्ष छेड़ा जाएगा।
उन्होंने कहा कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन ने जो घृणित कार्य किया
है, उन्हें भी सख्त सजा दी जाए।
अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश कुशवाहा ने कहा कि टीईटी परीक्षा के मेरिट से ही योग्य अभ्यर्थियों का चयन होना चाहिए। अगर इसमें संशोधन किया गया तो आंदोलन किया जाएगा। मदन यादव ने कहा कि शिक्षकों के चयन में अध्यापक पात्रता परीक्षा को ही आधार बनाया जाए। उन्होंने कहा कि 270000 लोगों में महज 800 लोगों की गलती की सजा निर्दोष अभ्यर्थियों को क्यों दिया जाए।
केजी श्याम ने कहा कि किसी भी स्थिति में चयन प्रक्रिया अतिशीघ्र पूरी नहीं होती है तो आंदोलन किया जाएगा।
इस अवसर पर विनिता वर्मा, रत्नेश तिवारी, गोविंद सिंह, सूर्यप्रकाश शर्मा, गोरख सिंह, हरेन्द्र पूरी, घनश्याम सैनी, जयप्रकाश सिंह, महेन्द्र सिंह, राजित कुमार दीक्षित, विजय कुमार मौर्य, फतेह बहादुर, मदन यादव आदि उपस्थित रहे।
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