संजय मोहन की काली कमाई की अलग से होगी जांच
लखनऊ : टीईटी
घोटाले में गिरफ्तार माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के निलंबित निदेशक संजय मोहन
के उस बयान को पुलिस ने गंभीरता से लिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर
उनका मुंह खुला तो कई बड़ों के लिए दिक्कत पैदा हो सकती है। इसी वजह से पुलिस
संजय मोहन को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। गड़बड़ी का दायरा खासा
बड़ा होने की वजह से अफसरों ने मामले की जांच एंटी करप्शन या विजिलेंस को
सौंपने का आग्रह किया है। इसके लिए पुलिस सोमवार को डीजीपी को प्रस्ताव भेज
रही है। पुलिस सोमवार को ही कोर्ट से रिमांड मांगेगी।
अब तक की पड़ताल में यह पुष्टि हो गई है कि घोटाले की जड़ें संजय से कहीं ऊपर तक हैं। पुलिस को यह भी पुख्ता हो गया है कि संजय का साला टीईटी घोटाले में उनका राजदार था।
जांच
का दायरा बड़ा होने और इसमें ‘बडों’ के संलिप्त होने की पुष्टि पर पुलिस
ने डीजीपी से प्रकरण की जांच किसी विशेषज्ञ एजेंसी से कराने का आग्रह किया
है।
एसटीएफ को जांच में सहयोग के लिए लगाया गया था। विजिलेंस से जांच कराने के आदेश शासन द्वारा किए जाएंगे। - अतुल, डीजीपी
No comments:
Post a Comment