बरेली : राजकीय इंटर कॉलेज में टीईटी प्रमाणपत्रों के वितरण की व्यवस्था में मंगलवार को काफी कुछ सुधार हुआ। दूसरे कॉलेजों से भी स्टाफ बुलाकर काउंटर्स की संख्या बढ़ाई गई। अभ्यर्थियों
को बिना किसी रुकावट के प्रमाणपत्र मिले। इतना ही नहीं सह जिला विद्यालय
निरीक्षक एनडी वर्मा भी व्यवस्था देखने के लिए जीआईसी पहुंचे।
बरेली
मंडल के एकलौते टीईटी प्रमाणपत्र वितरण के सेंटर पर अभ्यर्थियों ने सोमवार
को जीआईसी में जमकर हंगामा किया था। कॉलेज में विकलांगों के लिए अलग से
काउंटर बनाने के साथ ही काउंटर्स की संख्या 12 कर दी गई है। डीआईओएस ने
दूसरे विद्यालयों के कुछ शिक्षकों को भी जीआईसी भेजा है। राजकीय बालिका
इंटर कॉलेज बरेली, जीजीआईसी अगरास, जीजीआईसी बहेड़ी, जीजीआईसी नवाबगंज के
शिक्षक जीआईसी पहुंच गए। इससे कुल स्टाफ बढ़कर अब लगभग 50 शिक्षकों का हो
गया। इसकी वजह से अभ्यर्थियों को बिना किसी भीड़भाड़ और हंगामे के
प्रमाणपत्र मिल गए।
अभिभावकों को पहचान पत्र और प्रार्थना पत्र लेने के बाद अभ्यर्थी का प्रमाणपत्र दिया गया।
सोमवार
को अखिल भारतीय भ्रष्टाचार उन्मूलन संगठन के सदस्यों ने व्यवस्था सुधार की
मांग को लेकर प्रधानाचार्य को ज्ञापन देने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने
ज्ञापन लेने से मना कर दिया। उनकी मांग थी कि कॉलेज में प्रमाणपत्र बांटने
के लिए काउंटरों की संख्या बढ़ाई जाए साथ ही मूल शैक्षिक प्रमाणपत्र देखने
के बाद अभिभावकों को प्रमाणपत्र दे दिया जाए। इसके अलावा विकलांगों के लिए
भी अलग काउंटर बने। जीआईसी के प्रधानाचार्य जीएल कोली का कहना है कि
मंगलवार को बिना किसी भीड़भाड़ के प्रमाणपत्र दिए गए। अब 23000 अभ्यर्थियों
को रोल नंबर से प्रमाणपत्र देना तो मुश्किल है, लेकिन काउंटर बढ़ाकर काफी
कुछ नियंत्रित करने का प्रयास किया गया है। प्रमाणपत्र अभी काफी दिनों तक
मिलेंगे। अभ्यर्थी जब चाहे तब बिना किसी जल्दबाजी के प्रमाणपत्र लेने आए
सकते हैं।
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