छिबरामऊ : शिक्षकों
की भर्ती के लिये निर्धारित समय सीमा समाप्त हो जाने के बाद एनसीटीई ने
प्रदेश सरकार द्वारा मांगी गई अनुमति को निरस्त कर दिया जिससे अब शिक्षकों
की भर्ती लटक गई है। बीएड बेरोजगारों की बैठक में बसपा सरकार के खिलाफ
आक्रोश दिखाई दिया।
विशुनगढ़ रोड पर हुई बैठक में मनोज कुमार यादव ने कहा कि बीएड
डिग्री धारकों को शिक्षक न बन पाने में राज्य सरकार मुख्य रूप से दोषी है।
एनसीटीई ने 23 अगस्त 2010 को अधिसूचना जारी कर बीएड डिग्री धारकों को सीधे
शिक्षकों की नियुक्ति करने की अनुमति दी थी। जिसे राज्य सरकार टालने की
कोशिश करती रही। बाद में चुनावी लाभ लेने के लिये बसपा सरकार ने यह भर्ती
प्रक्रिया शुरू कर दी। एनसीटीई
ने 1 जनवरी को अंतिम तारीख निर्धारित की थी। अमोल दीक्षित ने कहा कि राज्य
सरकार ने कहा था कि 31 जनवरी तक भर्ती प्रक्रिया पूरी हो जायेगी। एनसीटीई
ने 31 जनवरी को अनुमति देने से इंकार कर दिया फिर उसे यह सूचना 2 जनवरी को
ही दे देनी चाहिये थी। इससे साबित होता है कि यह भर्ती चुनाव से संबंधित
थी। ओमेंद्र यादव ने कहा कि एकजुट होकर सभी इस बारे में
निर्णय लें। बैठक में देवकीनंदन मिश्रा, रामेंद्र शर्मा, मीना शर्मा,
इंद्रेश यादव, राहुल वर्मा, राहुल अवस्थी, राजीव मिश्रा, मोनू शुक्ला व
जयकृष्ण दीक्षित मौजूद रहे।
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