इलाहाबाद : शिक्षक
पात्रता परीक्षा (टीईटी) में अभ्यर्थियों से चयन के नाम पर वसूली करने के
मामले में भले ही माध्यमिक शिक्षा निदेशक सहित अबतक 12 लोग गिरफ्तार हो हुए
हों, पर इस हमाम में अभी और भी कई नंगे हैं। अगर जांच कराई जाए तो
माध्यमिक शिक्षा विभाग में कई घोटाले सामने आ सकते हैं।
टीईटी में वसूली के खुलासे के बाद माध्यमिक शिक्षा परिषद के भी कुछ अधिकारियों व बाबुओं की भूमिका जांच के दायरे में है। जल्द ही कुछ और 'बड़ी' गिरफ्तारियां हो सकती हैं। सूत्रों का कहना है कि यह वसूली संगठित रूप से की गई है। इस हमाम में अभी और भी नंगे हैं।
टीईटी में वसूली के खुलासे के बाद माध्यमिक शिक्षा परिषद के भी कुछ अधिकारियों व बाबुओं की भूमिका जांच के दायरे में है। जल्द ही कुछ और 'बड़ी' गिरफ्तारियां हो सकती हैं। सूत्रों का कहना है कि यह वसूली संगठित रूप से की गई है। इस हमाम में अभी और भी नंगे हैं।
इस मामले के प्रकाश में आने के बाद माध्यमिक शिक्षा विभाग में कई और बड़े घोटाले की सुगबुगाहट तेज हो गई है।
माध्यमिक शिक्षक संघों द्वारा समय-समय पर अशासकीय सहायक माध्यमिक संस्कृत विद्यालयों में एलटी ग्रेड शिक्षकों के चयन में वसूली,
राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत केंद्र सरकार ने माध्यमिक
विद्यालयों में आधारभूत सुविधाओं के लिए मिले पैसे का अभी तक आवंटन न किए
जाने, आइसीपी योजना के अंतर्गत प्रदेश के चार हजार से अधिक माध्यमिक
विद्यालयों में कम्प्यूटर शिक्षा के नाम पर घटिया सामानों की सप्लाई कर
करोड़ों रुपयों का वारा-न्यारा करने, केंद्र निर्धारण व स्थानांतरण के नाम
पर धन उगाही के आरोप लगाए जाते रहे हैं।
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