आगरा: टीईटी परीक्षा तो किसी प्रकार संपन्न हो गई, लेकिन अब शिक्षकों के चयन में नित नई परेशानियां सामने आ रही हैं। जनपदों में आवेदनों की संख्या हजारों से बढ़कर अब लाख में पहुंच गई है। लिहाजा उनकी स्क्रूटनी और मेरिट बनाने में विभागीय कर्मचारियों की हालत खस्ता हो रही है।
आगरा में शिक्षकों के 100 पदों पर अब तक मूल ड्रॉफ्ट वाले करीब 3000 और ड्रॉफ्ट की फोटोकॉपी के साथ करीब 32 हजार आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं। जबकि एटा में 700 सीटों पर आवेदनपत्रों की संख्या सवा लाख का आंकड़ा पार कर चुकी है। यही नहीं, कई छात्रों ने टीईटी का संशोधित परिणाम जारी होने के बाद दोबारा फिर आवेदनपत्र भेजे हैं। गौरतलब है कि टीईटी रिजल्ट जारी होने के बाद हाईकोर्ट के आदेश पर शासन की ओर से आवेदन की प्रक्रिया में बदलाव कर दिया गया। पांच जनपदों के स्थान पर अभ्यर्थियों को प्रदेश के किसी भी जनपद में आवेदन करने की छूट दी गई। इसके बाद अभ्यर्थियों ने एक जिले में मूल ड्रॉफ्ट भेजकर बाकी जिलों में उसकी फोटोकॉपी लगाकर फार्म भेज दिए। कर्मचारियों को समझ में नहीं आ रहा कि आखिर इन फार्मो की स्क्रूटनी और सत्यापन किस प्रकार से कराया जाए। वहीं अगर कोई फार्म कई स्थानों की मेरिट में शामिल हुआ तो संबंधित जिलों को किस प्रकार सूचना दी जाए।