इलाहाबाद। सुनकर आश्चर्य
होगा, लेकिन यह सही है। जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में
कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी), माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड और रेलवे
भर्ती के फार्म पहुंच रहे हैं। डाक विभाग की लापरवाही लगातार सरकारी नौकरी
की मंशा रखने वाले अभ्यर्थियों के लिए संकट खड़ा कर रही है। इसके अलावा
डायट में दूसरे जिलों के सहायक अध्यापक भर्ती के फार्म तो पहुंच ही रहे हैं।
डायट सूत्रों की मानें, तो ऐसे फार्मों की संख्या प्रतिदिन 40 से 50 के बीच है। इस समय अभ्यर्थी सबसे ज्यादा बेसिक शिक्षा परिषद के सहायक अध्यापक पद के लिए आवेदन कर रहे हैं। अभ्यर्थी सुबह से शाम तक डाकघरों में घंटों लाइन लगाकर फार्म जमा करते हैं। साथ ही एसएससी, चयन बोर्ड और रेलवे के फार्म जमा करने के लिए भी काफी संख्या में अभ्यर्थी डाकघरों में जुट रहे हैं। सहायक अध्यापक के लिए एक-एक अभ्यर्थी 35 से 40 जिलों में आवेदन कर रहे हैं। डाक विभाग की लापरवाही से बहराइच, गोंडा, कौशांबी, प्रतापगढ़, भदोई डायट के फार्म इलाहाबाद डायट में पहुंच रहे हैं। हालांकि, इलाहाबाद डायट अपनी तरफ से सभी गलत फार्मों को शुरू से ही सही केंद्रों के लिए वापस स्पीड पोस्ट करा रहा है, मगर फार्म सही समय पर पहुंचेंगे या नहीं इस बात को लेकर संदेह बरकरार है।
डायट सूत्रों की मानें, तो ऐसे फार्मों की संख्या प्रतिदिन 40 से 50 के बीच है। इस समय अभ्यर्थी सबसे ज्यादा बेसिक शिक्षा परिषद के सहायक अध्यापक पद के लिए आवेदन कर रहे हैं। अभ्यर्थी सुबह से शाम तक डाकघरों में घंटों लाइन लगाकर फार्म जमा करते हैं। साथ ही एसएससी, चयन बोर्ड और रेलवे के फार्म जमा करने के लिए भी काफी संख्या में अभ्यर्थी डाकघरों में जुट रहे हैं। सहायक अध्यापक के लिए एक-एक अभ्यर्थी 35 से 40 जिलों में आवेदन कर रहे हैं। डाक विभाग की लापरवाही से बहराइच, गोंडा, कौशांबी, प्रतापगढ़, भदोई डायट के फार्म इलाहाबाद डायट में पहुंच रहे हैं। हालांकि, इलाहाबाद डायट अपनी तरफ से सभी गलत फार्मों को शुरू से ही सही केंद्रों के लिए वापस स्पीड पोस्ट करा रहा है, मगर फार्म सही समय पर पहुंचेंगे या नहीं इस बात को लेकर संदेह बरकरार है।