बुलंदशहर : शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में हाईकोर्ट की रोक के बाद अभ्यर्थियों को एक और बड़ा झटका लगा है। डाक विभाग की लापरवाही के चलते जिले के करीब दस हजार आवेदन फार्म वापस आये हैं। इससे हजारों अभ्यर्थी शिक्षकों की भर्ती से वंचित रह जाएंगे।
प्रदेश भर के परिषदीय स्कूलों में 72825 पदों पर शिक्षकों की भर्ती होनी हैं। अभ्यर्थियों ने 50 से 60 जनपदों के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में आवेदन किया है। जिले से करीब 50 हजार आवेदन फार्म भरे गये हैं। डाक विभाग के आंकड़ों के अनुसार पूरे जनपद में करीब दस हजार फार्म वापस आ चुके हैं। डायट प्रशासन के अनुसार 9 जनवरी से पहले-पहले आये आवेदन फार्म को ही स्वीकार किया है। निर्धारित तिथि के बाद फार्मो को वापस भेजा जा रहा है। अभ्यर्थी अमरपाल सिंह, पूनम, सीमा, यतेंद्र, संजय, ज्ञानवती आदि ने कहा कि डाक विभाग की लापरवाही के चलते उनके फार्म वापस लौट रहे हैं, जबकि उन्होंने निर्धारित तिथि से पहले ही आवेदन कर दिया था। इनमें कई अभ्यर्थी ऐसे भी हैं जिन्होंने 3 जनवरी तक आवेदन कर दिए थे लेकिन उनके फार्म भी वापस आ गए हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि यदि उन्हें भर्ती प्रक्रिया में शामिल नहीं किया गया तो वे प्रदर्शन के लिए मजबूर होंगे।
डाक अधीक्षक छोटेलाल ने बताया कि जिन अभ्यर्थियों से देरी से स्पीड पोस्ट की है। उन्हीं के फार्म वापस आये हैं। इसमें विभाग की ओर से कोई गलती नहीं हुई है। यदि विभाग की ओर से कोई खामी पाई गई तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।