हाथरस : टीईटी पास तमाम अभ्यर्थी दोपहर को माध्यमिक शिक्षा निदेशक के फंस जाने के बाद से काफी परेशान है। अभ्यर्थियों
को टेंशन हो गई है कि कही टीईटी परीक्षा ही निरस्त न हो जाएं। इस बाबत
बारह फरवरी को लेबर कालोनी के पार्क में यूपी टीईटी पास बी एड बेरोजगार
संगठन के पदाधिकारियों की बैठक होगी।
शिक्षक बनने का सपना पाल बैठे टीईटी पास अभ्यर्थियों को बुधवार को जोर का झटका लग गया। क्योंकि माध्यमिक शिक्षा के निदेशक संजय मोहन को टीईटी परीक्षा में गड़बड़ी कराने का अरोप लगा
और उनकों गिरफ्तार कर लिया गया। निदेशक
के गिरफ्तार हो जाने के बाद से जिले के टीईटी पास अभ्यर्थियों को भी टेशन
हो गई है कि कही पूरी की पूरी परीक्षा ही निरस्त न कर दी जाएं।शिक्षक बनने का सपना पाल बैठे टीईटी पास अभ्यर्थियों को बुधवार को जोर का झटका लग गया। क्योंकि माध्यमिक शिक्षा के निदेशक संजय मोहन को टीईटी परीक्षा में गड़बड़ी कराने का अरोप लगा
बता दे कि टीईटी की परीक्षा पास करने के बाद अभ्यर्थियों ने शिक्षक भर्ती के लिये तमाम जिलों में आवेदन किया है, जिसमें बेराजगार छात्रों का काफी पैसा भी खर्च हो गया। अब पूरी परीक्षा पर संदेह के बादल मडरा रहे हैं। बीएड बेराजगार संगठन के टीईटी पास अभ्यर्थियों ने सभी से आग्रह किया है कि एक जुट होकर अपने हक के लिये लड़े। टीईटी परीक्षा की निष्पक्ष जांच कराई जानी चाहिए। और ईमानदार और मेहनत से पास होने वाले छात्रों भ्रष्टाचार से बचाये। सरकार फर्जी तरीके से पास हुए लोगों को बाहर का रास्ता दिखाये।
साहब सिंह, हाथरस : -
वर्ष 1998 में बीएड किया था। अंक कम होने के कारण नौकरी नही लगी। टीईटी के लागू कर दिये जाने से राहत मिली थी। पहली बार में ही परीक्षा भी पास कर ली। लेकिन अब परीक्षा पर संदेह हो गया है कि कही पूरी परीक्षा निरस्त न कर दी। अगर परीक्षा निरस्त हो गई तो सपने एक बार फिर टूट जायेंगे।
नीरज कुमार, पुरा खुर्द, हाथरस -
टीईटी की परीक्षा से शिक्षक बनने का सपना दिखाई देने लगा था। टीईटी परीक्षा को उत्तीर्ण भी कर लिया। लेकिन निदेशक के फंस जाने से परीक्षा के निरस्त होने का डर सता रहा है।
धर्मपाल सिंह,पुरा खुर्द, हाथरस -
1992 में बीएड किया था,अंक कम होने के कारण अभी तक नौकरी नही लग सकी। टीईटी के परीक्षा के होने से उम्मीद जगी थी। परीक्षा पास भी कर ली। लेकिन परीक्षा के निरस्त होने का डर सता रहा है।
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