31 December 2011

नव वर्ष २०१२ की आप सभी लोगों को शुभकामनाएँ


नया वर्ष आप लोगों के जीवन में उन्नति, उमंग, सुख समृद्धि, विकास लेकर आए |

Latest UPTET News : टीईटी: खत्म नहीं हो रहीं आपत्तियां

इलाहाबाद। यूपी शिक्षक पात्रता परीक्षा को हुए भले ही डेढ़ महीने हो गए हो लेकिन इसको लेकर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। परीक्षा परिणाम और अंकपत्रों के कई बार संशोधन किए जाने के बाद भी यूपी बोर्ड अभ्यर्थियों का विश्वास फिर से हासिल करने में सफल नहीं हो पा रहा है। अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को आजाद पार्क में बैठक कर यूपी बोर्ड पर अनियमितता और धांधली का आरोप लगाया और कोर्ट जाने का निर्णय लिया है
राजीव कुमार यादव ने कहा कि बोर्ड ने एनसीटीई के नियमों को ताक पर रखकर टीईटी परीक्षा कराई है। टीईटी परीक्षा को रद कराने को लेकर सभी अभ्यर्थी कोर्ट जाएंगे। अभ्यर्थियों ने उम्मीद जताई कि कोर्ट उनकी याचिका को गंभीरता से लेगा और उनकी समस्याओं का समाधान करेगा।

Latest UPTET News : More Judgements in Allahabad Highcourt Regarding UPTET in December 2011

This is an UNCERTIFIED copy for information/reference. For authentic copy please refer to certified copy only. In case of any mistake, please bring it to the notice of Deputy Registrar(Copying).
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HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD ?Court No. - 7

Case :- WRIT - A No. - 74386 of 2011

Petitioner :- Lok Nath Tripathi
Respondent :- State Of U.P. & Others
Petitioner Counsel :- Kshetresh Chandra Shukla
Respondent Counsel :- C.S.C.,Ravi Shankar Prasad

Hon'ble Dilip Gupta,J.
The petitioner was appointed as a Shiksha Mitra in the year 2008. This petition has been filed claiming the following reliefs:- "(i) issue writ, order or direction in the nature of certiorari call for the records and set-aside the upper age limit to the extent it relates to working Shiksha Mitra (Annexure No.7 to the writ petition). (ii) issue writ, order or direction in the nature of mandamus commanding the respondents to enhance the upper age limit up to 45 years for working Shiksha Mitra in Primary School run and managed by respondent no.4 like other reserved category candidates."
Annexure-9 (wrongly mentioned as Annexure-7 to the writ petition) is the advertisement dated 22nd September, 2011 issued by the Secretary, Board of High School and Intermediate Education regarding the holding of the Teachers Eligibility Test. It prescribes the maximum age limit for appointment as an Assistant Teacher as 40 years. The petitioner is aged about 43 years. The submission of learned counsel for the petitioner is that since he has been working as a Shiksha Mitra, the age may be relaxed in his case.
It is not possible to accept the contention of learned counsel for the petitioner. It was for the authority to prescribe the age and the petitioner cannot insist that the age should be relaxed in his case because he had been working as a Shiksha Mitra for the last three years. The petition is, accordingly, dismissed. Order Date :- 20.12.2011 

Latest UPTET News : Judgements in Allahabad Highcourt Regarding UPTET in December 2011

This is an UNCERTIFIED copy for information/reference. For authentic copy please refer to certified copy only. In case of any mistake, please bring it to the notice of Deputy Registrar(Copying).
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HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD, LUCKNOW BENCH ?Court No. - 24

Case :- MISC. SINGLE No. - 7999 of 2011

Petitioner :- Rana Pratap Chaudhury & Anr.
Respondent :- State Of U.P.,Thru. Secretary Basic Education & Others
Petitioner Counsel :- Kuldeep Pati Tripathi,Suresh Kumar Pandey
Respondent Counsel :- C.S.C.

Hon'ble Rajiv Sharma,J.
Heard learned Counsel for the petitioners and Mr. Vinay Bhushan, learned Standing Counsel.
Learned Counsel for the petitioners submits that the petitioners have appeared in the Teacher Eligibility Test (TET) examination held on 13.11.2011. After comparing the answers with OMR sheet published on the internet by the Examination Committee of the Teacher Eligibility Test (TET), the petitioners feel that they might have secured more marks.
Learned Standing Counsel, on the basis of instructions, submits that if the petitioner is aggrieved, he may file objections by 1.1.2012 in the requisite format after depositing Rs.100/-.
If the petitioners prefer objections in the requisite format after depositing Rs.100/- by 1.1.2012, the opposite parties directed to dispose the said objections expeditiously.
The writ petition stands disposed of finally in above terms
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Order Date :- 23.12.2011 

Latest News : सरकार से मागा ग्रेजुएट भत्ता, मतदानकर्ता पेंशन

 इलाहाबाद : वाह भई! बहुत खूब! हमारे की वोट से जीतकर प्रत्याशी आम से खास हो जाते हैं। 'माननीय' कहलाते हैं। वेतन, भत्ता, तमाम सुविधाएं व पेंशन पाते हैं और मतदाता को? चुनाव के बाद ठेंगा दिखा दिया जाता है। समानता के अधिकार के तहत निर्वाचित प्रतिनिधियों को मिलने वाली तमाम सुविधाओं की तरह मतदाताओं को भी मतदानकर्ता पेंशन मिलनी चाहिए। इसके अलावा ग्रेजुएट बेरोजगारों को भी पढ़ाई और 'टेंशन फ्री लाइफ' के लिए प्रति माह पांच हजार रुपये ग्रेजुएट भत्ता मिलना चाहिए।

जी हां, आपको ये मांगें जरूर कुछ अटपटी और अतार्कित लग सकती हैं पर शुक्रवार को चंद्रशेखर आजाद पार्क में सैकड़ों युवाओं ने मतदान के बदले सरकार से कुछ ऐसी ही शर्ते लगाई। वर्तमान राजनैतिक परिदृष्य में युवाओं की समस्याएं विषय पर उत्तर प्रदेश ग्रेजुएट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित बैठक में कुछ इसी तरह की मांगे रखी गई। एसोसिएशन के रामचंद्र पटेल ने कहा कि जब-जब चुनाव नजदीक आता है मतदाता को देश की रीढ़ कहा जाता है, लेकिन चुनाव खत्म होते ही उन्हें हाशिए पर डाल दिया जाता है। मतदाताओं के बल पर 'माननीय' बनने वाले लोगों को सरकार तमाम सुविधाएं देती है और मतदाता को..केवल आश्वासन।

बैठक की अध्यक्षता कर रहे एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्षक आरपी सिंह ने कहा कि सरकार की ढुलमुल व अपारदर्शी नीतियों के कारण बेरोजगारी बढ़ रही है। बेरोजगारों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। ऐसे में सरकार को बेरोजगार ग्रेजुएटों को पांच हजार रुपये प्रति माह ग्रेजुएट भत्ता देना चाहिए। एसोसिएशन के महासचिव गोविंद वल्लभ पटेल ने कहा कि सांसद व विधायकों की पात्रता परीक्षा होनी चाहिए। उन्होंने 'राइट टू रिजेक्ट' कानून को अविलंब लागू करने की मांग की। बैठक में मोहम्मद कलीम, डॉ. राममनोहर पटेल, रमेश यादव, मोहित शुक्ला, आशीष प्रजापति, विनोद पटेल व देवेंद्र वल्लभ आदि मौजूद रहे।

Latest UPTET News : मुख्य सचिव के अनुमोदन से ली जाएगी आयोग से प्रस्तावों पर अनुमति

लखनऊ :  आदर्श आचार संहिता के चलते प्रदेश के आला अधिकारियों को अब केंद्रीय निर्वाचन आयोग से अनुमति लेने से पहले मुकम्मल प्रस्ताव तैयार करना होगा। इसे मुख्य सचिव को दिखाकर उनके अनुमोदन के बाद ही मंजूरी के लिए आयोग भेजा जाएगा। इस संबंध में मुख्य सचिव अनूप मिश्र ने सभी प्रमुख सचिवों व सचिवों के अलावा एपीसी, आईडीसी को पत्र भेजा है। इसमें कहा गया कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद कुछ कामों के लिए केंद्रीय निर्वाचन आयोग से अनुमति लेनी होगी। जिन मामलोें में अनुमति लेनी है, उस संबंध में समुचित प्रस्ताव तैयार किए जाएं ताकि आयोग के सामने पूरी स्थिति सामने आ सके। उन्होंने कहा कि, मुख्य निर्वाचन अधिकारी के माध्यम से चुनाव आयोग को मंजूरी के लिए प्रस्ताव भेजे जाने से पूर्व व्यक्तिगत तौर पर उन्हें दिखा लिया जाए। मुख्य सचिव ने सभी अफसरों से कहा है कि वे आदर्श आचार संहिता के संबंध में आयोग के दिशा निर्देशों को अच्छी तरह से समझ लें। मुख्य सचिव ने सभी प्रमुख सचिवों व सचिवों के अलावा एपीसी, आईडीसी को पत्र भेजा

Latest UPTET News : चुनाव अधिसूचना से चिंता में डूबे टीईटी उत्तीर्ण आवेदक

जालौन-उरई, उ.प्र. : चुनावों की तिथि घोषित होने नेता भले ही खुश हों परंतु टीईटी उत्तीर्ण करने के बाद प्राथमिक शिक्षक बनने को आतुर आवेदक चिंता में डूब गये है। हजारों रुपये फूंकने के बाद जब नौकरी की आस जगी तब अचानक चुनावों की घोषणा से वे अस्पष्ट स्थिति को लेकर परेशान है। शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके मनोज कुमार बाथम ने कहा कि एनसीटीई ने वर्ष 2010 में प्रदेश सरकार को 1 जनवरी 2012 तक बीएड डिग्रीधारकों को प्राथमिक शिक्षक नियुक्त करने का समय दिया था। इसके बावजूद सरकार ने नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू करने में बहुत देर कर दी जिससे यह मामला अधर में लटक गया है। ब्रजमोहन वर्मा भी निराश भाव से बोले कि उन्होंने विषम आर्थिक परिस्थितियों से जूझकर पहले बीएड किया। फिर कड़ी मेहनत करके टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण की। शिक्षक पद के लिए आवेदन करने में करीब 10 हजार रुपये खर्च हो गये। इसके बावजूद अभी तक यह पता नहीं चल पा रहा है कि चुनावी अधिसूचना के चलते कहीं भर्ती प्रक्रिया रोक तो नहीं दी जायेगी। धीरज साहू ने टीईटी परिणाम को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि टीईटी का संशोधित परिणाम आशंकाओं को जन्म दे चुका है। कहीं एनसीटीई राजनीति का शिकार होकर समय सीमा बढ़ाने से इंकार न कर दे। विवरणीय है कि प्रदेश सरकार ने एनसीटीई से भर्ती प्रक्रिया पूरी करने के लिए और समय मांगा है। टीईटी उत्तीर्ण संजीव मिश्रा, आशीष, पवन मिश्रा, वाजिब शाह, शिल्पी गुप्ता, विनय पाटकार, साजिद अली, बबिता साहू, राखी, नरेद्र राठौर ने मांग की है कि इस स्थिति में सरकार को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए कि नियुक्तियां अभी होंगी या नहीं और अगर अभी नहीं होंगी तो कब होंगी

Latest UPTET News : कूड़ा हो गए तीन लाख टीईटी सर्टिफिकेट

 इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा में मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। हाईकोर्ट के आदेश पर परिषद को पूरा परीक्षा परिणाम संशोधित करना पड़ा। ऐसे में पुराने परीक्षा परिणाम के आधार पर छाप दिए गए पौने तीन लाख प्राथमिक स्तर के टीईटी प्रमाण पत्रों को अब कूड़े के डब्बे में डालने के अलावा यूपी बोर्ड के पास और कोई चारा नहीं बचा है। इससे सरकार का कई लाख रुपये का नुकसान हुआ है। 
माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा 13 नवंबर को प्रदेश में पहली बार शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) आयोजित की गई थी। शिक्षक पात्रता परीक्षा का परिणाम 25 नवंबर को घोषित कर दिया गया। दो दिन बाद परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों की उत्तर माला भी जारी कर दी गई। पहले तो यूपी बोर्ड ने अभ्यर्थियों से आपत्तियां लेने से ही मना कर दिया। बाद में उत्तरमाला में ही एक ही प्रश्नों के अलग-अलग विकल्प देने से बोर्ड के ऊपर दबाव बढ़ा तो आपत्तियां निस्तारित करने की घोषणा की गई। परिषद ने अभ्यर्थियों से आपत्तियां लीं और कुछ का निस्तारण भी कर दिया। निस्तारित आपत्तियों के आधार पर परीक्षा परिणाम भी घोषित कर दिया गया। बावजूद इसके सभी आपत्तियां निस्तारित नहीं हो सकीं। अभ्यर्थियों से कहा जाने लगा कि अब कोई भी संशोधन नहीं होगा। निराश अभ्यर्थी इलाहाबाद हाईकोर्ट की शरण में चले गए। हाईकोर्ट ने 17 दिसंबर को माध्यमिक शिक्षा परिषद को सभी आपत्तियों का 100 रुपये शुल्क के साथ निस्तारण करने के आदेश दे दिया। इस आदेश के बाद परिषद ने कुछ और प्रश्नों पर विशेषज्ञों से जांच कराई और पूरा परीक्षा परिणाम एक बार फिर संशोधित कर दिया। इस संशोधन से अभ्यर्थियों को प्राथमिक स्तर में एक से छह व उच्च प्राथमिक में एक से 10 अंकों का फायदा हुआ। उधर, परिषद ने 7 दिसंबर से सभी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों से टीईटी में सफल अभ्यर्थियों को प्रमाण पत्र देने की घोषणा कर दी थी। घोषणा के मुताबिक प्राथमिक स्तर के प्रमाण पत्रों की छपाई भी हो गई। परिणाम संशोधित हो जाने और सभी अभ्यर्थियों के अंक बढ़ जाने के कारण छप चुके लगभग पौने तीन लाख प्रमाण पत्र बेकार हो गए। सूत्रों के मुताबिकमाध्यमिक शिक्षा परिषद ने अब एक जनवरी के बाद ही टीईटी के प्रमाणपत्रों की छपाई कराने का निर्णय लिया है। अब प्रमाण पत्र 10 जनवरी के बाद ही जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों को भेजे जाएंगे

Latest UPTET News : 850 सीटों के लिए 51 हजार आवेदन

 झांसी - बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में आने वाले आवेदन पत्रों की संख्या रोजाना बढ़ रही है। झांसी और ललितपुर की महज साढ़े आठ सौ सीटों के सापेक्ष अब तक पचास हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। आने वाले दिनों में इस संख्या में व्यापक इजाफा होने की उम्मीद जताई जा रही है। प्राइमरी अध्यापक बनने के लिए पहले अभ्यर्थियों को केवल पांच जिलों में आवेदन करने की छूट दी गई थी। बाद में इसमें संशोधन कर दिया गया और अब सभी जिलों में आवेदन करने की छूट दे दी गई। वह भी केवल एक बैंक ड्राफ्ट के जरिये। इस रियायत का शिक्षक पात्रता परीक्षा पास अभ्यर्थी खूब लाभ उठा रहे हैं। ज्यादातर अभ्यर्थी सभी जिलों में आवेदन कर रहे हैं। खासतौर पर उन जनपदों पर फोकस है, जहां रिक्तियों की संख्या अधिक है। झांसी जिले में सहायक अध्यापकों की 50 सीटों पर आवेदन मांगे गए हैं, जिसके सापेक्ष अब तक बरुआसागर स्थित डायट को छह हजार आवेदन मिल चुके हैं। जबकि, ललितपुर में 800 सीटों पर आवेदन मांगे गए हैं। यहां डायट में पैंतालीस हजार आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 09 जनवरी है। ऐसे में आने वाले दिनों में आवेदन पत्रों की संख्या में भारी इजाफा होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। बुंदेलखंड में होंगी 3400 नियुक्तियां झांसी। बुंदेलखंड क्षेत्र के बेसिक शिक्षा परिषद के प्राइमरी स्कूलों में 3,400 सहायक अध्यापकों की नियुक्ति की जानी है। इसमें से झांसी मंडल में 1250 और चित्रकूट मंडल में 2150 नियुक्तियां होनी हैं। सबसे कम झांसी जिले में 50, चित्रकूट में 250, हमीरपुर में 300, जालौन में 400, बांदा, महोबा और ललितपुर जिले में 800 - 800 पदों पर आवेदन मांगे गए हैं।

Latest News : आसान होगी नौकरी की राह

लखनऊ : सेवायोजन कार्यालय में नौकरी पाने के लिए पंजीयन कराने वाले बेरोजगारों के लिए अच्छी खबर है। पंजीयन कराने के लिए लंबी कतारों में खड़े रहने वाले बेरोजगारों के नौकरी की राह आसान बनाने के लिए प्रशिक्षण एवं सेवायोजन विभाग ने कमर कस ली है। विभाग पंजीयन के साथ ही नौकरी की जानकारी ऑन लाइन देने की तैयारी कर रहा है।प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय की पहल पर राजधानी समेत प्रदेश के 14 क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालयों को ऑन लाइन करने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालयों के साथ ही सभी जिला सेवायोजन कार्यालयों में पंजीकृत बेरोजगारों का डाटा कंप्यूटर में फीड किया जाएगा। प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशक ने सभी कार्यालयों को 15 जनवरी तक डाटा इंट्री का कार्य पूरा करने के निर्देश दिए हैं। यही नहीं अधिकारियों को बेरोजगारों का डाटा हिंदी में फीड करने के निर्देश दिए गए हैं। डाटा इंट्री का कार्य पूरा होने पर बेरोजगार 666.2ी6ं8श्नंल्ल.श्र1ॠ पर पंजीकरण के साथ ही नौकरी की जानकारी ले सकेंगे। वेबसाइट के माध्यम से सेवायोजक भी काम करने वाले कामगारों की जानकारी विभाग को ऑन लाइन दे सकते हैं। इस सुविधा से प्रदेश में पंजीकृत 18 लाख बेरोजगारों को लाभ होने की संभावना है। आने वाले समय में देश के सभी 926 सेवायोजन कार्यालयों को भी ऑन लाइन किया जाएगा। इस सुविधा से बेरोजगारों को घर बैठे सारी जानकारी मिल सकेगी। 

30 December 2011

Latest News : राज्यसभा अनिश्चिकाल के लिए स्थगित, पास नहीं हुआ बिल


नई दिल्ली। राज्यसभा में लोकपाल विधेयक पारित नहीं हो सका। देर रात तक चली मैराथन बहस के बाद राज्यसभा बिना किसी नतीजे के अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। इसके साथ ही देश के 42वर्षो के इंतजार को भी करारा झटका लगा। सरकार के इस कदम को विपक्षी नेताओं ने सरकार की चाल करार दिया और इसे लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला दिन बताया।
राज्यसभा में लोकपाल विधेयक पारित न होने के बाद और और राज्यसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थागित करने के बाद विपक्षी सांसदों ने संसद के बाहद जमकर नारेबाजी की।
सरकार के प्रस्ताव और विपक्ष द्वारा इसका विरोध किए जाने के बीच सभापति हामिद अंसारी ने सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने से पहले कहा कि एक अभूतपूर्व स्थिति पैदा हो गई है। ऐसा प्रतीत होता है कि दोनों पक्ष एक दूसरे को शोर मचाकर चुप करा देना चाहते हैं।
अंसारी ने कहा कि उनके पास कोई अन्य विकल्प नहीं है। सदन में हो रहे हंगामे की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि अगर यही स्थिति रही तो बेहतर होगा कि हम अपने घर चले जाएं।
इसके पूर्व विपक्ष के नेता अरूण जेटली ने कहा कि सरकार सदन से भाग रही है क्योंकि वह बुरी तरह से अल्पमत में आ गई है। उन्होंने कहा कि इस सरकार को एक मिनट भी सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है।
भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने इसको लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला दिन कहा। उन्होंने कहा कि यह सब कांग्रेस की सोची समझी रणनीति का नतीजा है। इससे लोकतंत्र की हत्या हुई है। उन्होंने कांग्रेस के रवैये पर नाखुशी जताते हुए सरकार से इस्तीफा देने की मांग की है। वहीं संसद के बाहद भाजपा के पूर्व अध्यक्ष वैंकया नायडू ने कहा कि कांग्रेस सरकार में बने रहने का नैतिक अधिकार खो चुकी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने न सिर्फ देश की जनता से धोखा किया है बल्कि संसद को भी धोखा दिया है। इसके लिए उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।

Latest UPTET News : विशिष्ट बीटीसी के 72825 पदों पर भर्ती लटकी!

महराजगंज। दिन-रात एक कर अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास करने वालों के लिए एक बुरी खबर है। विशिष्ट बीटीसी के 72825 पदों पर शुरू की गई भर्ती प्रक्रिया पर ग्रहण लग गया है। ऐसा विधानसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता के लागू हो जाने के कारण हुआ है। नौ मार्च तक नियुक्ति नहीं हो सकती है। इसके साथ मार्च खत्म होते ही अप्रैल में दुबारा टीईटी एग्जाम कराया जा सकता है। इसकी परीक्षा साल में दो बार होनी है।प्रदेश सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा अभियान आरटीई के तहत बड़ी संख्या में शिक्षकों की भर्ती करने का निर्णय लिया। इसके लिए 13 नवबर ंको शिक्षक पात्रता परीक्षा कराई गई। योग्यता बीएड निर्धारित की गई। जिसके प्राथमिक और उच्च प्राथमिक संवर्ग की परीक्षा में करीब 12 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए। परिणाम 25 नवंबर को जारी किया गया। उसके कुछ दिन बाद ही विशिष्ट बीटीसी के 72825 पदों के लिए विज्ञापन निकाले गए। पहले आवेदन की अंतिम तारीख 19 दिसंबर तय की गई। उन पदों पर नियुक्ति 31 दिसंबर 2011 के पहले कर लेने की बाध्यता थी, लेकिन रिजल्ट और विज्ञापन में गड़बड़ी की शिकायत को लेकर हंगामा होने लगा। कुछ अभ्यर्थी हाईकोर्ट चले गए। जिस पर कोर्ट ने विज्ञापन में पांच जिलों में आवेदन करने की बाध्यता को संविधान के खिलाफ करार देकर भर्ती विज्ञापन को खारिज कर दिया। उसके बाद सरकार ने पूरे प्रदेश के हर जिले में आवेदन करनी की छूट देकर उसकी अंतिम तारीख नौ जनवरी तय कर दी। टीईटी रिजल्ट में अब तक सात बार संशोधन हो चुके हैं। हाईकोर्ट के आदेश पर 22 दिसम्बर को माध्यमिक शिक्षा परिषद ने पूरे रिजल्ट को संशोधित कर दिया। जिसमें हर अभ्यर्थी का अंक बढ़ गया। प्राथमिक स्तर में एक से छह अंक बढ़ गए। जबकि उच्च प्राथमिक स्तर के रिजल्ट में एक से 10 नंबर तक बढ़ गए।नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही थी, उसी बीच भारत निर्वाचन आयोग ने विधानसभा चुनाव की तारीखें घोषित कर दीं। आयोग की घोषणा होते ही प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई। इससे भर्ती प्रक्रिया पर ग्रहण लग गया। आचार संहिता के वर्ग आठ सत्ताधारी दल कालम के 6-घ में यह प्राविधान है कि शासन, सार्वजनिक उपक्रम आदि में कोई भी तदर्थ नियुक्ति न की जाए, इससे सत्ताधारी दल के हित में मतदाता प्रभावित हों। चुनाव का आदर्श संहिता नौ मार्च तक लागू रहेगी। इससे साफ हो गया है कि नौ मार्च तक नियुक्ति नहीं की जा सकती है। 
"आदर्श चुनाव आचार संहिता को परिभाषित करने की जरूरत नहीं है। आचार संहिता के चलते नियुक्ति होने का सवाल ही नहीं है। अब आचार संहिता खतम होने के बाद ही कुछ हो सकता है।" -अनिल संत (बेसिक शिक्षा सचिव) उत्तर प्रदेश शासन
 क्या कहता है आचार संहिता:
शासन, सार्वजनिक उपक्रम आदि में कोई भी तदर्थ नियुक्ति न की जाए, जिससे सत्ताधारी दल के हित में मतदाता प्रभावित हों।
(आचार संहिता के वर्ग आठ सत्ताधारी दल कालम का 6-घ)

Latest UPTET News : समन्वयकों की चयन प्रक्रिया लटकी


 इलाहाबाद : विधान सभा चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग में कई पदों पर चयन प्रक्रिया लटक गई है। आचार संहिता लागू होने के बाद इन पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया नहीं पूरी की जा सकेगी
बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा साक्षर भारत मिशन-2012 के तहत जनपद के 20 ब्लॉकों में ब्लॉक समन्वयकों का चयन होना था। इसके अलावा जनपद स्तर पर चार समन्वयकों का चयन होना था। इन सभी पदों पर आचार संहिता के कारण अभी चयन नहीं लग पाएगा। ब्लॉक समन्वयकों के लिए विभाग ने 18 दिसंबर से आवेदन मांगे थे। आवेदन करने की अंतिम तिथि तीन जनवरी थी।
इसके अलावा बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जनपद में संचालित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में वार्डेन का चयन होना था। इसके लिए दिसंबर के प्रथम सप्ताह में विज्ञापन निकाला गया था। जनपद के 15 कस्तूरबा बालिका विद्यालयों में से 11 में वार्डेन तो हैं पर चार विद्यालयों में अभी चयन नहीं हो सका है। इन पदों पर अनुसूचित जाति के अभ्यर्थियों का चयन होना है। आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद चयन प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाएगी। 
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ब्रजेश मिश्र ने बताया कि आचार संहिता के कारण अध्यापकों का प्रमोशन भी रुक गया है। अब प्रमोशन चुनाव बाद ही हो पाएंगे। इसके अलावा बेसिक शिक्षकों के अंतरजनपदीय स्थानांतरण होना था पर नहीं हो पाया। हालांकि ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया जारी रहेगी। स्थानांतरण की लिस्ट चुनाव बाद ही जारी हो पाएगी। 
ज्ञातव्य है कि अर्से बाद शिक्षकों के अंतरजनपदीय स्थानांतरण को शासन से हरी झंडी मिली थी। शिक्षक इसकी लगातार मांग कर रहे थे। फिलहाल तबादले की आस लगाए शिक्षकों की उम्मीदों पर आचार संहिता के कारण पानी फिर गया है।

Latest UPTET News : चार हजार टीईटी अभ्यर्थियों के परिणाम संशोधित


 इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा परिषद ने गुरुवार को फिर शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) के चार हजार अभ्यर्थियों का परिणाम संशोधित किया है। बोर्ड ने संशोधित परिणाम यूपीटीईटी2011.कॉम पर जारी कर दिया गया है। परिणाम प्राथमिक व उच्च प्राथमिक दोनों स्तरों का संशोधित किया गया है। इसके अलावा 'अप्लीकेशन रिक्वायर्ड' को भी संशोधित किया गया है। इसमें जिन अभ्यर्थियों के आवेदन पत्र प्राप्त हो चुके हैं उनका परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद ने 13 नवंबर को प्रदेशभर में एक साथ शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन किया था। परीक्षा परिणाम आने के बाद परिषद ने अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए उत्तरमाला जारी की थी। आंसर की में कई गड़बड़ियों का खुलासा होने के बाद उसे गुपचुप तरीके से बदल दिया गया। इसके बाद उत्तरमाला में पांच बार संशोधन किया गया। विडंबना यह है कि इसके बाद भी बोर्ड सभी आपत्तियों का निस्तारण नहीं कर सका। लिहाजा अभ्यर्थी हाईकोर्ट की शरण में चले गए। हाईकोर्ट ने 12 दिसंबर को माध्यमिक शिक्षा परिषद को अभ्यर्थियों की सभी आपत्तियों को 100 रुपये शुल्क के साथ निस्तारित करने का आदेश दिया। इसके अलावा बोर्ड को आपत्तियों के निस्तारण के लिए शिकायत प्रकोष्ठ का गठन करने का आदेश दिया। आपत्तियां लेने की अंतिम तिथि एक जनवरी रखी गई है। 12 दिसंबर के बाद परिषद एक बार आपत्तियों के आधार पर पूरा परीक्षा परिणाम संशोधित कर चुका है। गुरुवार को बोर्ड ने आपत्तियों के आधार पर परीक्षा परिणाम को संशोधित कर दिया है।

29 December 2011

Latest UPTET News : शिक्षक भर्ती के लिए मांगा 30 जून तक का समय

लखनऊ : बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को पूरा करने के लिए बेसिक शिक्षा निदेशालय ने 30 जून तक का समय मांगाहै। इस संबंध में शासन को उपलब्ध कराए गए प्रस्ताव में निदेशालय ने भर्ती प्रक्रिया में आ रहे व्यवधानों का जिक्र किया है। प्रस्ताव में कहा गया है कि शिक्षकों की भर्ती के लिए विगत 30 नवंबर को प्रकाशित विज्ञप्ति को इलाहाबाद उच्च न्या यालय ने वरद करने का आदेश दिया था। संशोधित विज्ञप्ति जारी करने में समय लगा। इसके बाद अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के परिणाम को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर अदालत द्वारा अभ्यर्थियों के प्रत्यावेदनों पर गौर कर नतीजों को संशोधित करने का आदेश देने से भी भर्ती प्रक्रिया में रुकावटें आ रही हैं। टीईटी के परिणाम संशोधित होने की वजह से मेरिट निर्धारित करने में बेसिक शिक्षा विभाग को पसीने छूट रहे हैं क्योंकि अधिकतर अभ्यर्थियों ने पुराने परिणाम के आधार पर आवेदन पत्र भेज दिये थे। प्रस्ताव में प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव का भी जिक्र किया गया है। विधानसभा चुनाव में शिक्षक और विभागके अफसर निर्वाचन ड्यूटी में व्यस्तरहेंगे। लिहाजा निदेशालय ने भर्ती प्रक्रिया को संपन्न कराने के लिए शासन से छह महीने की मोहलत मांगी है।राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में बीएड डिग्रीधारक शिक्षकों की नियुक्ति पहली जनवरी 2012 तक पूरा करने का निर्देश दियाथा। शिक्षकों की भर्ती के सिलसिले में बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से 30नवंबर को प्रकाशित विज्ञप्ति को रद करने के बाद अभ्यर्थियों से नौ जनवरी तक आवेदन पत्र मांगे गए थे। इसी आधार पर शासन ने एनसीटीई को पत्रलिखकर शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूरी करने के लिए एक फरवरी तक का समयमांगा था। शासन द्वारा एनसीटीई को पत्र भेजने के बाद प्रदेश में विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होगई। अत: बदली हुई परिस्थितियों में निदेशालय ने नियुक्ति की कवायद पूरीकरने के लिए 30 जून तक का समय मांगा है। 

Latest UPTET News : बीटीसी 2011 में गलत चयन!

आगरा। बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़े एक के बाद एक मामले सामने आ रहे हैं। अब बीटीसी 2011 में गलत चयन की शिकायत की गई है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि पांच शिक्षा मित्रों ने फर्जी मार्कशीट बनवाकर आवेदन किया था। उसी के आधार पर उनका चयन कर लिया गया है। जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी से मामले की जांच आख्या मांगी है। 
विकास सिंह और हिमांशु की ओर से संयुक्त रूप से आरोप लगाया गया है कि बीटीसी 2011 में कुछ गलत व्यक्ति चयनित कर लिये गए हैं। इसमें राजेश कुमार, प्रवल प्रताप, लोकेंद्र पाल सिंह और ज्ञान प्रकाश शामिल हैं। सभी ने फर्जी मार्कशीट बनवाकर आवेदन किया है। शिक्षा मित्र से जिनका चयन डायट शीट पर किया गया है। इसके अलावा किशोर कर्दम ने वर्ष 2010-11 में आरबीएस कालेज से बीए द्वितीय वर्ष की परीक्षा रोल नंबर 11002025283 से दी है। इसकी अंक तालिका भी संलग्न की गई है। फर्जी तरीके से बीए फाइनल की मार्कशीट लगा दी गई है। ठीक यही मामला बाकी चार लोगों के साथ भी है। 
शिकायत कर्ताओं ने जिलाधिकारी से मांग की है कि सभी चयनित शिक्षा मित्रों के खिलाफ कार्रवाई की जाए ताकि सही व्यक्ति को उसका हक मिल सके। शिकायत पर अमल न होने पर अन्य अधिकारियों से संपर्क करने की बात कही गई है। शिकायत की प्रति मुख्यमंत्री से लेकर डायट प्राचार्य, कमिश्नर, बीएसए आदि अधिकारियों को भेजी गई है।

Latest UPTET News : शिक्षक भर्ती आवेदन की भरमार से छूटा पसीना

बड़ौत (बागपत)। चौधरी चरण सिंह जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पर अब तक 4162 फार्म आ चुके हैं। आवेदनों की एंट्री और कंप्यूटर में डाटा फीडिंग का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। आवेदनों की जांच के लिए अतिरिक्त स्टाफ की मदद ली जा रही है। शासन से डायट को मिली 100 सीटों के सापेक्ष काफी संख्या में आवेदन पहुंच रहे हैं। इस संबंध में बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा 20 दिसंबर को जारी की संशोधित विज्ञप्ति के अनुरूप आवेदन भेजे जा रहे हैं। नए नियमों के मुताबिक एक जिले में आवेदन के साथ निर्धारित आवेदन शुल्क के ड्राफ्ट की वास्तविक प्रति और अन्य जिलों में इसकी छाया प्रति लगाई जानी है। प्रवक्ता मुक्तेश्वर शर्मा ने बताया कि नए प्रारूप के मुताबिक जिन जिलों में ड्राफ्ट की छायाप्रति लगाई जा रही वहां आवेदन फार्म में दिए गए कॉलम में वास्तविक ड्राफ्ट की सूचनाएं भरी जानी हैं। रोजना सैकड़ों फार्मो की भरमार के मद्देनजर डाक विभाग ने अतिरिक्त स्टाफ को इस कार्य में लगाया है। डाकपाल ओमवीर सिंह ने बताया कि अभी आवेदनों पहुंचने की संख्या सैकड़ों में हैं, जो अंतिम तिथि तक आते-आते हजारों में पहुंच जाएगी। इसको लेकर विशेष व्यवस्था की गई हैं। डायट प्राचार्य डा. राजकुमार दुबे ने बताया कि फार्मो की तादाद बढ़ने पर प्राथमिक विद्यालयों से अतिरिक्त स्टाप बुलाकर कार्य निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण करा दिया जाएगा। 

निजी संस्थानों के अभ्यर्थी प्रवेश के इंतजार में बड़ौत : बीटीसी 2011 में अंतर्गत निजी संस्थानों में चयनित अभ्यर्थियों अपने प्रवेश की बाट जोह रहे हैं। जनपद के दो निजी संस्थानों की सौ सीटों में से 75 सीटों पर डायट के माध्यम से प्रवेश होना है, मगर इस संबंध में शिक्षा विभाग से कोई आदेश न मिलने के कारण सीटों के आवंटन की प्रक्रिया बाधित है। इससे लेकर अभ्यर्थी खासे परेशान हैं और डायट के चक्कर काटने को मजबूर हैं। विदित रहे बाबू कामता प्रसाद महाविद्यालय को आवंटित 50 में से आधी सीटें प्रबंध कोटे से भरी जानी हैं। 

28 December 2011

Latest UPTET News : जिले में अब तक आए 40 हजार आवेदन

 इलाहाबाद : बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति के लिए केवल इलाहाबाद में ही 40 हजार से अधिक आवेदन पत्र आ चुके हैं। यही हाल प्रतापगढ़ व कौशाम्बी डायट कार्यालयों का भी है। यहां भी 15 हजार से अधिक आवेदन पत्र आ चुके हैं। आवेदन करने की अंतिम तिथि तक जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में आने वाले आवेदनों की संख्या बढ़कर दोगुनी होने की उम्मीद है। माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा 13 नवंबर को ली गई शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को प्रदेश के किसी भी जिले से आवेदन करने की छूट दी गई है। आवेदन करने के लिए प्रत्येक जिले से 500 रुपये का बैंकड्राफ्ट लगाने की अनिवार्यता भी खत्म कर दी गई है। अब केवल एक जनपद में ही बैंक ड्राफ्ट की मूल प्रति लगाने को कहा गया है, बाकी जिलों में उसी डीडी, आवेदन पत्र व रजिस्ट्री की छाया प्रति लगाना है। ऐसे में हर अभ्यर्थी सभी जनपदों से आवेदन कर रहा है। यही कारण है कि आवेदन पत्रों की संख्या में बेतहासा वृद्धि हो रही है। आवेदन करने की अंतिम तिथि अब 9 जनवरी कर दी गई है। ऐसे में प्रदेश के सभी डायट में हर दिन सैकड़ों आवेदन आ रहे हैं। इलाहाबाद डायट में अभी तक 40 हजार से भी ऊपर आवेदन पत्र पहुंच चुके हैं। यह संख्या एक लाख के लगभग पहुंचने की उम्मीद है। इलाहाबाद जनपद में सहायक अध्यापकों के 1500 से अधिक पद हैं। कौशाम्बी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में अभी तक 20 हजार से अधिक आवेदन पत्र आ चुके हैं। यहां भी 50 हजार के लगभग आवेदन पत्र पहुंचने की उम्मीद है। यहां एक हजार पद हैं। यही हाल प्रतापगढ़ का भी है। यहां 500 पद हैं। प्रतापगढ़ में अभी तक 15 हजार से अधिक आवेदन पत्र आ चुके हैं। इतनी अधिक संख्या में पहुंच रहे आवेदन पत्रों की छंटाई का काम डायटकर्मियों के लिए सिरदर्द बन गया है। रिजेक्ट नहीं होंगे आवेदन पत्र सहायक अध्यापक पद के लिए आवेदन करने वाले ऐसे अभ्यर्थी, जिन्होंने केवल बैंकड्रॉफ्ट की छाया प्रति लगाकर आवेदन कर दिया है, आवेदन की छाया प्रति नहीं लगाई है उनके आवेदन पत्र निरस्त नहीं होंगे। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान ऐसे आवेदन पत्रों को भी स्वीकार कर रहा है। अभी सभी आवेदन पत्रों को स्वीकार किया जा रहा है। फिलहाल शासन से कोई दिशानिर्देश मिलने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। इलाहाबाद डायट सूत्रों के मुताबिक किसी अभ्यर्थी का आवेदन पत्र केवल इस आधार पर निरस्त नहीं किया जाएगा कि उसने आवेदन की छाया प्रति नहीं लगाई है।

Latest UPTET News : नई नियुक्तियों पर लगा ब्रेक


बेसिक शिक्षा विभाग ने 23 दिसंबर को बा स्कूलों के रिक्त पदों पर नियुक्तियों को विज्ञापन निकाला था, ताकि रिक्त सीटें भरी जा सकें, लेकिन आचार संहिता लगने से इन पर ब्रेक लग गया है।

दो दर्जन से अधिक शिक्षकों ने पास की टीईटी की परीक्षा

नए साल में बॉ स्कूलों में स्टाफ का हो सकता है टोटा
किया परिषदीय विद्यालयों में तैनाती को आवेदन
बदायूं। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों का स्टाफ नए साल में कम हो सकता है। दो दर्जन से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाओं ने शिक्षक पात्रता परीक्षा पास कर ली है। इन्होंने परिषदीय विद्यालयों में निकली रिक्तियों को आवेदन किया है।
मालूम हो कि जिले में बॉ स्कूलों की संख्या प्रदेश में सबसे अधिक है। 21 बॉ स्कूलों में 315 सदस्यीय स्टाफ तैनात है। इसमें वार्डेन, फुल-पार्ट टाइम शिक्षिकाएं, लेखाकार, चौकीदार, रसोइया शामिल हैं। महिला शिक्षकों की संख्या पहले ही कम है। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने रिक्तियां निकाली हैं, लेकिन अब समस्या टीईटी पास करने वाले शिक्षिकाओं के परिषदीय विद्यालयों में तैनाती होने से पैदा हो सकती है। सूत्रों का कहना है कि बा स्कूल स्टाफ को समय से मानदेय आदि नहीं मिलने से उनका मोहभंग हो रहा है। साथ ही मानदेय भी कम है, जबकि योग्यता प्रशिक्षित स्नातक है। इसलिए वह परिषदीय विद्यालयों को निकली रिक्तियों को आवेदन किए हैं। इससे स्टाफ का संकट पड़ सकता है। 

Latest UPTET News : कैसे हो सीटों का बंटवारा


हापुड़, विशिष्ट बीटीसी के लिए सीटों का बंटवारा किया गया है। लेकिन दुर्भाग्य है कि गाजियाबाद और पंचशीलनगर के संयुक्तखाते में मात्र 12 सीटें ही आर्इं है। आरक्षण नियमों के चलते इन सीमित सीटों पर प्रवेश कराना आवेदकों के साथ-साथ डायट के लिए भी टेढ़ी खीर साबित होगा। ऐसे में प्रवेश के दौरान इस पर सवालियां निशान उठना भी लाजिमी होगा।
टी0ई0टी0 परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आवेदकों का विभिन्न जनपदों में आवेदन जारी है। सभी जनपदों में आवेदन की छूट के बाद आवेदकों द्वारा लगभग हर जनपद में आवेदन किया गया है। हापुड़ डायट की बात करें तो यहां गाजियाबाद व पंचशीलनगर की 12 सीटों पर प्रवेश के लिए 13 हजार से अधिक आवेदन आ चुके है। इतनी कम सीटों पर आरक्षण के आधार पर प्रवेश करना डायट के लिए भी टेढ़ी खीर साबित होगा।
दरअसल इन सीटों को पचास प्रतिशत महिला, पचास प्रतिशत पुरूष में बांटा जाएगा। इनमें से 50-50 प्रतिशत कला और विज्ञान वर्ग में बांटा जाएगा जिनमें 50 प्रतिशत अनारक्षित रखते हुए 27 प्रतिशत ओबीसी, 21 प्रतिशत एससी व दो प्रतिशत एसटी कोटे को दिया जाएगा। ऐसे में इतनी कम सीटों पर विकलांग आदि कम प्रतिशत वाले कोटे को आरक्षण देना मुमकिन ही नही होगा। डायट प्रशासन द्वारा अभी से इस पर विचार करना शुरू कर दिया गया है कि आखिर सीटों को किस प्रकार बांटा जाए।

Latest News : सशक्त लोकपाल के लिए अन्ना का अनशन शुरू

मुंबई। उत्साह से भरे समर्थकों के बीच अन्ना हजारे कमजोर लोकपाल विधेयक के खिलाफ मुंबई में तीन दिन के अनशन पर बैठ गए। जबकि प्रस्तावित कानून पर लोकसभा में चर्चा शुरू हो गई। 
वायरल संक्रमण से पीड़ित हजारे अपने घनिष्ठ सहयोगियों अरविन्द केजरीवाल, किरण बेदी और मनीष सिसौदिया के साथ मुंबई के उपनगरीय क्षेत्र बांद्रा-कुर्ला कांप्लेक्स में एमएमआरडीए मैदान पहुंचे तो पूरा मैदान उनके समर्थकों की हर्ष ध्वनि भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारों से गूंज उठा। 
हजारे ने वंदेमातरम और इंकलाब जिंदाबाद के नारों के साथ अपना अनशन शुरू किया। अनशन स्थल पर पहुंचने से पहले 74 वर्षीय हजारे अपनी रैली के दौरान जूहू में महात्मा गांधी को श्रृद्धांजलि देने पहुंचे। रैली सांताक्रुत, टयूलिप स्टार होटल, मिठीभाई कालेज, एसवी रोड, विलेपार्ले, खार और बांद्रा राजमार्ग से होकर गुजरी। इसे अनशन स्थल तक पहुंचने में करीब ढाई घंटे का समय लगा। 
हजारे गेस्ट हाउस से एक सुसज्जित खुले ट्रक पर तिरंगा लहराते हुए एमएमआरडीए मैदान के लिए निकले। बड़ी संख्या में लोग उनका समर्थन करने के लिए सड़कों पर खड़े थे। 
जुहू बीच पर लगभग बीस लोगों के द्वारा काले झंडे दिखाए जाने और उनके काफिले को रोकने पर कुछ देर के लिए हंगामे की स्थिति जरूर बन गई थी। अन्ना के साथ उनके हजारों समर्थकों की भीड़ थी। अन्ना प्रभावी लोकपाल की मांग को लेकर अनशन कर रहे है। 

Latest CTET News : सीटीईटी व नेट एक ही दिन

अध्यापन क्षेत्र में भाग्य आजमा रहे छात्रों को सीटीईटी और एनईटी में से किसी एक को छोड़ना होगा। दोनों टेस्ट एक ही दिन होने जा रहे हैं। इससे अनेक छात्र परेशान हैं। केंद्र सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (सीटीईटी) और यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) की ओर से लिए जा रहे नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (नेट) की एक ही तिथि 26 जून रखी गई है।परीक्षाएं देशभर के अलग-अलग सेंटरों पर होंगी। सीटीईटी के लिए बीएड योग्यता वालों को सुबह 10 से 3 बजे तक परीक्षा देनी होगी जबकि नेट के वास्ते सुबह 9:30 से सायं 4 बजे तक परीक्षा भवन में रहना पड़ेगा। सीटीईटी सचिव को लिखा पत्र : एमए, बीएड पास लगभग दर्जनभर उम्मीदवारों ने अपनी इस परेशानी से सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेंकडरी एजुकेशन के सचिव को पत्र लिखते हुए परीक्षा का दिन आगे सरकाने का आग्रह किया। हरवीर कौर, नीतू रानी, जगजीत सिंह, कमलजीत कौर, आंचल बांसल, पुषविंद्र कौर आदि का कहना है कि इनके लिए दोनों टेस्ट की महत्ता है और इनके लिए पूरी तैयारी भी है पर तिथि एक ही होने से विवश हैं

27 December 2011

Latest UPTET News : नहीं करना होगा दोबारा आवेदन

इलाहाबाद : शासन ने टीईटी के ऐसे अभ्यर्थियों को, जिन्होंने हाई कोर्ट के 12 दिसंबर के आदेश के बाद और शासन द्वारा 20 दिसंबर को जारी संशोधित विज्ञप्ति के पहले कई जिलों में आवेदन कर दिया था, बड़ी राहत दी है। ऐसे अभ्यर्थियों को अब दोबारा आवेदन नहीं करना होगा। ऐसे अभ्यर्थियों को उस आवेदन पत्र व रजिस्ट्री/स्पीडपोस्ट की छाया प्रति एक प्रार्थना पत्र के साथ भेजना है जहां डीडी की मूल प्रति लगाई है। दरअसल, बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा 30 नवंबर को प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के 72,825 पदों पर आवेदन मांगे गए थे। विज्ञप्ति में अभ्यर्थियों को पांच जिलों से आवेदन की छूट दी गई थी। पांच जिलों से आवेदन को इलाहाबाद हाई कोर्ट में चुनौती दी गई। हाई कोर्ट ने 12 दिसंबर को पांच जिलों से आवेदन करने के विकल्प को रद कर दिया। बेसिक शिक्षा विभाग ने 20 दिसंबर को संशोधित विज्ञप्ति जारी की, जिसमें ऐच्छिक जनपदों से आवेदन करने की छूट दी गई, साथ ही कहा गया कि डीडी की मूल प्रति जिस जिले में लगाई गई हो उसके आवेदन पत्र व रजिस्ट्री-स्पीडपोस्ट की छाया प्रति भी अन्य जिलों में किए जा रहे आवेदन पत्रों के साथ लगाई जाए। समस्या यह हो गई कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रदेश में हजारों अभ्यर्थियों ने केवल डीडी की मूल प्रति की फोटोकॉपी लगाकर मनचाहे जिलों में आवेदन कर दिया। 20 दिसंबर को जारी संशोधित विज्ञप्ति में डीडी की मूल प्रति के साथ आवेदन पत्र व रजिस्ट्री-स्पीडपोस्ट की भी छाया प्रति लगाने को कहा गया। इससे आवेदन कर चुके अभ्यर्थी ऊहापोह की स्थिति में आ गए। कई अभ्यर्थियों ने संशोधित विज्ञप्ति के अनुसार फिर से आवेदन कर दिया है। इस संबंध में निदेशक,बेसिक शिक्षा दिनेश चंद्र कनौजिया का कहना है कि जो अभ्यर्थी आवेदन के साथ केवल डीडी की मूल प्रति लगाए हैं उन्हें दोबारा आवेदन नहीं करना होगा। उस आवेदन पत्र व रजिस्ट्री-स्पीडपोस्ट की छाया प्रति एक प्रार्थना पत्र के साथ भेजना है जहां उन्होंने डीडी की मूल प्रति लगाई है

Latest UPTET News : शिक्षक भर्ती आवेदन के लिए डाकघरों में उमड़ी भीड़

लखनऊ: शिक्षक भर्ती आवेदन के लिए डाकघरों में इधर अभ्यर्थियों की भारी भीड़ है। हालात यह हैं कि राजधानी में डाकघरों से प्रतिदिन करीब 25 हजार अभ्यर्थी स्पीड पोस्ट से अपना आवेदन भेज रहे हैं। वरिष्ठ डाक अधीक्षक लखनऊ मंडल आरके मिश्र ने बताया कि शिक्षक भर्ती आवेदन के लिए जीपीओ, न्यू हैदराबाद, निरालानगर, चौक, अमीनाबाद, अलीगंज, महानगर, गोमतीनगर, इन्दिरानगर, एलडीए कानपुर रोड प्रमुख डाकघरों में भीड़ के कारण अतिरिक्त काउंटर खोले गए हैं। राजधानी में शिक्षक भर्ती के लिए अब तक 2.5 लाख से अधिक स्पीड पोस्ट पत्र प्राप्त हुए हैं।

Latest UPTET News : याचिकाओं के जवाब में हलकान यूपी बोर्ड

इलाहाबाद : शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की विसंगतियों को लेकर हाईकोर्ट में दायर याचिकाओं ने यूपी बोर्ड के अधिकारियों के लिए मुसीबत पैदा कर दी है। अब तक 75 से अधिक याचिकाएं दाखिल हो चुकी हैं। बोर्ड को हर दिन औसतन पांच याचिकाएं जवाब बनाने को मिल रहीं हैं। नतीजा, बोर्ड की परीक्षाओं का काम पिछड़ रहा है। एशिया का सबसे बड़ा बोर्ड, 65 लाख परीक्षार्थी। हर साल 10 लाख के औसत से हाईस्कूल-इंटरमीडिएट परीक्षार्थियों की बढ़ती संख्या। काम बढ़ा और कर्मचारी घटे। ऐसे ही हालात में बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के चयन के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा अनिवार्य कर दी गई। प्रदेश में पहली बार होने वाली इस परीक्षा की जिम्मेदारी शासन ने माध्यमिक शिक्षा परिषद को सौंपी। कम समय में 12 लाख अभ्यर्थियों की इस परीक्षा को कराना यूपी बोर्ड के लिए बड़ी चुनौती साबित हुई। आरोप लगा कि जो बोर्ड खुद हाईस्कूल-इंटरमीडिएट परीक्षा को नकल विहीन नहीं करा पाता है, वह सीधे नौकरी से जुड़ी इस परीक्षा को कैसे करा पाएगा। बहरहाल रोते-धोते बोर्ड ने परीक्षा तो किसी तरह करा ली, पर विशेषज्ञों ने कई प्रश्न गलत पूछ लिए। इसके अलावा बोर्ड द्वारा जारी उत्तरमाला में भी कई विकल्पों के अलग-अलग उत्तर दिए गए। हजारों अभ्यर्थियों के नाम और अनुक्रमांक गलत हो गए, परीक्षा छूट गई। पांच बार बोर्ड ने उत्तरों को भी संशोधित किया। ऐसे में जिन अभ्यर्थियों के आवेदन पत्रों पर विचार नहीं किया गया, वे हाईकोर्ट की शरण में पहुंच गए। देखते ही देखते टीईटी को लेकर अबतक हाईकोर्ट में लगभग 75 याचिकाएं दाखिल हो चुकी हैं। सैकड़ों अभ्यर्थियों की याचिकाओं को इकट्ठा कर दिया गया है। ऐसे में बोर्ड के अधिकारियों व महत्वपूर्ण काम देख रहे बाबुओं का सारा समय याचिकाओं का जवाब देने में ही बीत रहा है। यूपी बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी बुरी तरह से प्रभावित हो गई है। स्थिति यह है कि अभी भी प्रदेश दो तिहाई से अधिक मंडलों से परीक्षा केंद्रो की जानकारी ही नहीं आ पाई है। यूपी बोर्ड ने इंटरमीडिएट प्रैक्टिकल की तिथि भी घोषित कर दी है। प्रैक्टिकल परीक्षा 16 जनवरी से शुरू होने हैं। केंद्रों की सूची न मिलने के कारण अनुक्रमांक और चरणवार कार्यक्रम का काम ठप सा है। हालांकि, माध्यमिक शिक्षा परिषद की सचिव प्रभा त्रिपाठी बोर्ड परीक्षा की तैयारियों को धीमा नहीं मानतीं। उनका कहना है कि बोर्ड परीक्षा की सभी तैयारियां समय पर हो जाएंगी। 

Latest UPTET News : टीईटी परिणाम पर 10 हजार आपत्तियां

इलाहाबाद। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) परिणाम को लेकर प्रदेशभर से 10 हजार अभ्यर्थियों ने नए सिरे से आपत्तियां दाखिल की हैं। रविवार को परिणाम में सुधार के बाद अभ्यर्थियों में यह उम्मीद जगी है कि अभी और संशोधन हो सकता है। सोमवार को आपत्तियों के साथ आवेदन के लिए बोर्ड दफ्तर में भारी हुजूम उमड़ा। ज्यादातर अभ्यर्थियों की आपत्ति थी कि उनके पांच से सात अंक कम हैं और बोर्ड ठीक से आंसरशीट चेक कराए तो नंबर बढ़ सकते हैं। सौ से अधिक अभ्यर्थियों की आपत्ति काउंटिंग को लेकर है। उनका दावा है कि बोर्ड से जारी संशोधित आंसरशीट के हिसाब से उन्हें जितने अंक मिलने चाहिए, उससे पांच-सात अंक कम मिले हैं। अंक कम होने से उनकी मेरिट प्रभावित हो सकती है। अभ्यर्थियों का दावा है कि उनकी ओएमआर की फिर से जांच कराई जाए और नए सिरे से काउंटिंग कराई जाए तो उनके अंक बढ़ने तय हैं। हाईकोर्ट के आदेश पर संशोधन के लिए सोमवार शाम तक लगभग दस हजार आवेदन पहुंच गए हैं। परिणाम पर आपत्ति के लिए अभी पांच दिन शेष हैं। बोर्ड कर्मचारियों का कहना है कि जिस तेजी से आवेदन बढ़े हैं, 50 हजार से अधिक आपत्तियों की संभावना है। एक जनवरी के बाद उन सब पर विचार और संशोधन आसान नहीं होगा। •अभी पांच दिन और होने हैं सुधार के लिए आवेदन, स्क्रूटनी टीम की बढ़ी मुश्किलें 

Latest UPTET News : लटक गई शिक्षकों की नियुक्ति और प्रशिक्षण प्रक्रिया

फीरोजाबाद। शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात शिक्षक बनने का ख्वाब पाले बैठे आवेदकों को फिलहाल इस दिवास्वप्न से निकलना होगा। आचार संहिता के चलते शिक्षक भर्ती प्रक्रिया मार्च तक के लिए टल गई है। इधर, बीटीसी-2011 के अंतर्गत चुने गए अभ्यर्थियों को प्राइवेट कालेज में प्रशिक्षण के लिए भेजने का कार्य भी तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है। जनपद में शिक्षक पात्रता परीक्षा के पश्चात 48 पदों का सृजन किया गया था। यह पद बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक पद के रूप में सृजित किए गए थे। शिक्षक पात्रता परीक्षा के उत्तीर्ण आवेदकों की मेरिट लिस्ट के जरिए इन पदों को भरा जाना है। चार जनवरी आवेदन की अंतिम तिथि थी। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान नगला अमान पर आवेदन पहुंच रहे थे। बेरोजगारी और प्रदेश भर में चाहे जहां से आवेदन करने के नियम की वजह से डायट को 48 पदों के सापेक्ष 2500 आवेदन प्राप्त हुए हैं। लेकिन इसकी मेरिट लिस्ट जारी होने से पूर्व ही विधानसभा चुनाव की दुंदुभी बज गई। अब यह प्रक्रिया तत्काल प्रभाव से जहां की तहां रुक गई है। फिलहाल आवेदकों के शिक्षक बनने के ख्वाब पर ग्रहण लग गया है। आचार संहिता चार मार्च को मतगणना के साथ ही खत्म होगी। ऐसे में तब तक आवेदकों को इंतजार करना होगा। वहीं बीटीसी-2011 के तहत 200 अभ्यर्थियों के प्रशिक्षण पर आचार संहिता के बादल गहरा गए हैं। उन्हें अभी तक निजी कालेजों में प्रशिक्षण के लिए नहीं भेजा गया है। वजह है, राज्य शैक्षिक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान परिषद से आदेश न मिलना। डायट प्राचार्य देवेंद्र कुमार गुप्ता का कहना है कि शासन स्तर से आदेश मिलने के पश्चात ही उक्त दोनों प्रक्रियाओं पर कोई अमल किया जाएगा।

Latest UPTET News : चुनाव में खुली आंख, टूटा मास्साब बनने का सपना

प्रतापगढ़। चुनावी शोर में आंख खुल गई। मिडिल स्कूल में मास्टर बनने का सपना बीच में ही टूट गया। टीईटी पास करने के बाद नौकरी की बाट जोह रहे अभ्यर्थियों के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है। आचार संहिता के कारण चालू सत्र में उनकी नियुक्ति की आस टूट गई है। प्राइमरी स्कूलों में चयन प्रक्रिया जारी होने के कारण उसके दावेदार अभी खुश हैं। कक्षा छह से आठ तक के बच्चों को पढ़ाने वाले अध्यापकों के सूबे में 26 हजार पद रिक्त हैं। जिले में शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण सवा छह हजार अभ्यर्थी इन पदों पर अपनी नियुक्ति की आस लगाए थे। शासन ने प्राइमरी स्कूलों में तैनाती के लिए चयन प्रक्रिया तो प्रारंभ कर दी लेकिन जूनियर स्कूलों में नियुक्ति के लिए चयन प्रक्रिया प्रारंभ नहीं हो पाया। अभ्यर्थी चाहते थे कि जूनियर स्कूलोें में भी नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो जाए। इसके लिए उन्होेंने प्रयास भी किया लेकिन अचानक चुनाव की घोषणा हो जाने के कारण काम बीच में ही रुक गया। विधान सभा के बाद नगर निकाय चुनाव होने हैं। ऐसे में महीनों इंतजार करना पड़ सकता है। तब तक नए टीईटी का समय आ जाएगा। नए अर्ह अभ्यर्थियों के चयनित होने पर दावेदारों की संख्या बढ़ जाएगी

Latest UPTET News : गलतियां सुधारीं, मेरिट में हुआ संशोधन

इलाहाबाद। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के पूर्व में जारी रिजल्ट के आधार पर जिन अभ्यर्थियों ने शिक्षक चयन के लिए आवेदन किया है, उन्हें नए सिरे से यूपीटीईटी की वेबसाइट देख लेनी चाहिए। हाईकोर्ट के निर्देश पर माध्यमिक क्षिा परिषद ने नए सिरे से आंसरशीट चेक कराई है और जिन सवालों पर आपत्तियां की जा रही थीं, उन्हें ठीक कराया है। बोर्ड की तरफ से जारी संशोधित परिणाम में ज्यादातर अभ्यर्थियों के नंबर बदले हैं। बड़ी संख्या में ऐसे अभ्यर्थी जिन्होंने आपत्ति नहीं की थी, उनके भी अंक बढ़े हैं। एक दूसरे से जानकारी मिलने पर रविवार को अभ्यर्थियों ने वेबसाइट चेक किया तो पता चला ज्यादातर के सात से आठ अंक बढ़ गए हैं। बिना आपत्ति के नंबर बढ़ने से हैरान अभ्यर्थी अब इस बात को लेकर परेशान हैं कि आवेदन में नई मार्कशीट कैसे जोड़ें। 
दरअसल जिन अभ्यर्थियों ने परीक्षा परिणाम पर आपत्ति नहीं की थी, उन्होंने पहले से वेबसाइट पर पड़े अंकपत्र के आधार पर आवेदन कर दिया था। अब नंबर बढ़ने के बाद अभ्यर्थियों को यह भय सता रहा है कि मेरिट बढ़ जाएगी। ऐसे में यदि अभ्यर्थी संशोधन के बाद जारी अंकपत्र नहीं लगाते हैं तो उनका नुकसान हो सकता है। यदि अभ्यर्थी नए सिरे से फॉर्म भेजते हैं तो एक ही जिले में दो आवेदन के कारण फॉर्म रद्द भी हो सकते हैं। परिणाम संशोधन के बाद हुई इस परेशानी का तोड़ फिलहाल विभागीय अधिकारियों के पास भी नहीं है। 
चयन प्रक्रिया से जुड़े सर्व शिक्षा अभियान के अधिकारियों का कहना है कि हाईकोर्ट के निर्देश पर फिलहाल एक जनवरी तक आपत्तियां ली जानी हैं। उनकी जांच के बाद फिर से रिजल्ट संशोधित होगा। उसके बाद नए परिणाम को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग की बैठक होगी जिसमें संशोधित परिणाम पर कुछ नया फैसला हो सकता है। सह समन्वयक शिक्षा अधिकारी वीके अस्थाना ने बताया कि काउंसलिंग में संशोधित परिणाम ही देखा जाएगा

Latest UPTET News : Allahabad Highcourt Judgement on Wrong displaying of TET result on its website


HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD, LUCKNOW BENCH 
?Court No. - 24

Case :- MISC. SINGLE No. - 7637 of 2011

Petitioner :- Dharmendra Kumar Singh
Respondent :- State Of U.P. Through Secy. Madhyamik Shiksha And Ors.
Petitioner Counsel :- Jai Pal Singh
Respondent Counsel :- C.S.C.

Hon'ble Rajiv Sharma,J.
Heard Mr. Jai Pal Singh, learned Counsel for the petitioner and Mr. Vinay Bhushan, learned Standing Counsel.
Learned Counsel for the petitioner submits that after completion of B.Ed., the petitioner applied for Teacher Eligibility Test which was held on 13.11.2011. The petitioner's result has been declared on the Internet as 'ABS' which means 'Absent', whereas he appeared in the said test. The last date for submission of applications for Teachers Training is 19.12.2011 and due to non-declaration of result, the petitioner is suffering a lot. Being aggrieved, he moved representations� to the authorities concerned for declaring his result, but no action has been taken.
After arguing the matter at length, learned Counsel for the petitioner submits that interest of justice would suffice, if the opposite parties are directed to decide the representations, expeditiously, to which learned Standing Counsel has no objection.
Accordingly, the authority concerned is directed to look into the matter and pass appropriate orders on the representations, in accordance with law, expeditiously.
The writ petition stands disposed of finally in above terms.
Order Date :- 15.12.2011 

Latest UPTET News : Allahabad Highcourt - BTC Candidates who oppose TET test, petition dismissed


HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD 
?Court No. - 27
Case :- WRIT - A No. - 70380 of 2011
Petitioner :- Manju Lata & Others
Respondent :- State Of U.P. & Others
Petitioner Counsel :- Rakesh Kumar Mathur,Smt. Swarn Lata Suman
Respondent Counsel :- C.S.C.,A.S.G.I. (2011/2421),R.A. Akhtar
Hon'ble Abhinava Upadhya,J.
Heard learned counsel for the petitioners and learned counsel for the respondents Sri Hardev Singh.
By means of this writ petition, the petitioner has challenged the notification dated 7.9.2011 by which all the candidates who are desirous of appointment on the post of Assistant Teacher in Primary Schools have necessarily to undergo a test which is termed as 'Teachers Eligibility Test'. According to the petitioner, he has already undergone a training under B.T.C. of 2008. The petitioner claims that the Act, that is, Right of Children to Free and Compulsory Education Act, 2009 which prescribes the minimum qualification, does not itself prescribe any such essential condition that a candidate has to qualify 'Teachers Eligibility Test' and , therefore, the said Government Order is against law and liable to be quashed.Learned counsel for the respondents, however, has pointed out that several writ petitions relating to the same subject have been filed before this Court and have been dismissed by learned Single Judge of this Court by judgment dated 11.11.2011 and the controversy has now been settled and learned Single Judge has held that the minimum qualification as prescribed by the National Council for Teacher Education vide its notification dated 23.8.2011 prescribes for 'Teachers Eligibility Test' and , therefore, the petitioners having not applied for 'Teachers Eligibility Test' are not eligible for consideration.
According to the learned counsel for the respondent the case is squarely covered by the decision rendered in leading case of Ravi Prakash & others Vs. State of U.P. & others decided on 11.11.2011.
In view of the above no relief can be granted to the petitioner and the writ petition is accordingly dismissed.
Order Date :- 7.12.2011
VPC 

Latest UPTET News : दो लाख टीईटी पास की नौकरी अटकी - इलाहाबाद

टीईटी की जूनियर स्तर परीक्षा में सफल प्रदेश के दो लाख नौ हजार अभ्यर्थियों को जोर का झटका लगा है। चुनाव आचार संहिता ने उनका सपना तोड़ दिया है। अभ्यर्थी जूनियर स्कूलों में सीधे चयन के लिए रिक्तियों का इंतजार कर रहे थे लेकिन आचार संहिता लागू होने के बाद अब नए सत्र से पहले यह संभव नहीं दिख रहा। इन अभ्यर्थियों का क्या होगा, इस पर टिप्पणी के लिए कोई तैयार नहीं है। प्रदेश सरकार ने सीटीईटी की तर्ज पर प्राइमरी और जूनियर स्तर पर शिक्षकों के लिए अलग अलग पात्रता परीक्षा का आयोजन किया। प्राइमरी स्तर पर लगभग ढाई लाख अभ्यर्थी सफल हुए। उनके लिए सरकार ने तत्काल लगभग 73 हजार रिक्तियों की घोषणा कर दी। उकी चयन प्रक्रिया चल रही है। इस चयन से जूनियर स्तर की परीक्षा पास अभ्यर्थियों को अलग रखा गया। शासन की तरफ से यह तय किया गया कि जूनियर स्तर पर सीधी भर्ती के लिए 26 हजार पदों की घोषणा शीघ्र कर दी जाएगी लेकिन प्राइमरी स्तर पर चयन को लेकर इतने विवाद उठे कि जूनियर स्तर के अभ्यर्थियों के बारे में विचार ही नही हो सका। •जूनियर स्तर के सफल अभ्यर्थियों के लिए घोषित नहीं  की गई रिक्तियां •अब जुलाई से पहले चयन मुश्किल, पद खाली होने से संकट

Latest UPTET News : शिक्षक भर्ती लटकने से अभ्यर्थी खिन्न

बोले, किए धरे पर फिर गया पानी, अंधकार में दिख रहा है भविष्य अजीतमल (औैरैया)। विधान सभा चुनाव का बिगुल क्या बजा, शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पर ही ग्रहण लग गया। जिले से हजारों अभ्यर्थियों ने हाल ही टीईटी की परीक्षा दी, परिणाम भी आये, लेकिन आचार संहिता के प्रभावी होने से इस भर्ती प्रक्रिया पर रोक से अभ्यर्थी खिन्न हैं। उनका कहना है कि आचार संहिता से उनके सपनों पर पानी फिर गया है। अजीतमल की पल्लवी राजावत ने कहा कि अब तो भविष्य अंधकार में है। एक-एक रुपए जोड़कर फार्म भरा था, पर सब किए कराए पर पानी फिर गया। रवि पांडे, विजय कुमार का कहना है कि सूबे की सरकार की ओर से जो आश्वासन दिए गए वे पूरे होते नजर नहीं आ रहे हैं। जितेंद्र कुमार दोहरे का कहना था कि भर्ती प्रक्रिया के तमाम झंझटों से गुजरने के बाद जब नौकरी की बारी आई तो विधान सभा चुनाव का बिगुल बज गया। अब पूरी प्रक्रिया पर विराम लगता नजर आ रहा है। अनुराधा दुबे ने कहा कि शुरुआत के समय ड्राफ्ट के लिये बैंक में लाइन लगाई। किसी तरह अंतिम तारीख तक ड्राफ्ट मिला, जमा भी किया लेकिन शनिवार को आचार संहिता प्रभावी होने का समाचार टेलीवीजन पर आया तो वह सन्न रह गईं। अभ्यर्थियों के परिजनों का कहना था यह तो चुनावी फंडा था। जो अब समझ में आया है। आवेदनकर्ताओं ने कहा कि अभी तो सरकार विधान सभा चुनाव कराएगी। सत्ता किसके पास जाएगी, यह तो भगवान जाने, पर कहीं यह भर्ती प्रक्रि या भी पूर्व की तरह सरकारी तंत्र के बस्ते में कैद होकर न रह जाये। 

Latest UPTET News : टीईटी के नए रिजल्ट ने बिखेरी मुस्कान

सहारनपुर : क्या टीईटी प्रक्रिया पूरी हो सकेगी? आए दिन संशोधित रिजल्ट जारी किए जा रहे है। ऐसे कई सवाल प्रशिक्षु शिक्षकों के आवेदकों को कचोट रहे है हालांकि संशोधित रिजल्ट ने अभ्यर्थियों के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी है और अभ्यर्थी एक बार फिर से मेरिट के गुणा-भाग में जुट गए है।इन दिनों टीइटी रिजल्ट का हाल बेहाल है।
पूर्णतया संशोधित रिजल्ट कब आखिरी होगा, कुछ नही कहा जा सकता। माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा घोषित संशोधित रिजल्ट में अभ्यर्थियों के अंकों में 1 से 6 तक का इजाफा हुआ है। परिषद ने संशोधित परीक्षा परिणाम यूपीटीईटी2011 डाट काम पर जारी किया है। 

26 December 2011

Latest UPTET News : शिक्षक बनने को 19 हजार ने किए आवेदन

मंझनपुर। टीईटी में सफल अभ्यर्थियों को जल्द अध्यापक बनाने की कवायद की जा रही है। अब तक कौशाम्बी में ही 19 हजार से ज्यादा अभ्यर्थी आवेदन कर चुके हैं। आवेदनपत्रों की छंटनी का काम दिनभर शनिवार को डायट में होता रहा। सूबे के प्राथमिक स्कूलों में 72 हजार 825 अध्यापकों की भरती होनी है। इसके तहत कौशाम्बी जिले में भी भरती की जानी है। जिसके लिए टीईटी में सफल अभ्यर्थियों ने अपने आवेदन जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में भेजना शुरू कर दिया है। शनिवार तक जिले के डायट में करीब 19382 आवेदन पत्र पहुंच चुके थे। डायट के कर्मचारियों को इन आवेदन पत्रों की छंटनी का काम दिया गया। डायट प्राचार्य फुल्लर देवी ने बताया कि इसके बाद अंकों के आधार पर मेरिट बनाकर काउंसलिंग के लिए आवेदकों को बुलाया जाएगा

Latest UPTET News : टीईटी के नए परिणाम के आधार पर होगा चयन

इलाहाबाद : बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में 72,825 प्रशिक्षु अध्यापकों की नियुक्ति शिक्षक पात्रता परीक्षा के संशोधित परिणाम के आधार पर होगी। जिन अभ्यर्थियों ने टीईटी के पुराने अंकपत्र के आधार पर आवेदन किए हैं उन्हें दोबारा आवेदन भी नहीं करना पड़ेगा। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने संशोधित परिणाम की सीडी बेसिक शिक्षा विभाग को मुहैया करा दी है। ऐसे में अभ्यर्थियों को उनके बढ़े अंकों का पूरा लाभ मिलेगा।यूपी बोर्ड ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा का संशोधित परिणाम गुरुवार को जारी किया था। इसमें प्राथमिक स्तर में एक से छह अंक का व उच्च प्राथमिक स्तर में एक से दस अंकों का लाभ मिला है। किसी के अंक कम नहीं हुए हैं। इसके बाद अभ्यर्थियों को आशंका सताने लगी थी कि कहीं नियुक्ति पुराने परिणाम के आधार पर न कर दिया जाए। बढ़े अंकों का उन्हें लाभ ही न मिले। माध्यमिक शिक्षा परिषद के सभापति संजय मोहन का कहना है कि संशोधित परिणाम की सीडी बेसिक शिक्षा विभाग को पहुंचा दी गई है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद संशोधित परिणाम के आधार पर ही प्रशिक्षु अध्यापकों की मेरिट बनेगी।

Latest UPTET News : टीईटी रिजल्ट संशोधन से शिक्षकों की भरती में पेंच

शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के रिजल्ट में संशोधन से शिक्षकों की भरती में पेंच फंस गया है। जिन अभ्यर्थियों के नंबर बढ़े हैं, वे पहले से कई जिलों में आवेदन कर चुके हैं। वे दुविधा में हैं कि नए सिरे से आवेदन करें या संशोधित रिजल्ट की जानकारी दें। अभ्यर्थियों को परेशानी से बचाने के लिए शिक्षक भरती से जुड़ी जानकारियां 26 दिसंबर के बाद इंटरनेट पर उपलब्ध कराने की तैयारी है।
प्रदेश में प्राइमरी टीचर्स के 72825 पदों पर भरती की प्रक्रिया चल रही है। पहले आवेदन की अंतिम तिथि 20 दिसंबर तय की गई थी। तब केवल पांच जिलों में आवेदन की छूट दी गई थी। हाईकोर्ट के आदेश के बाद संशोधित विज्ञापन जारी हुआ है। अब अभ्यर्थी नौ जनवरी तक प्रदेश के किसी भी जिले में आवेदन कर सकता है। असल टीईटी के संशोधित रिजल्ट को लेकर आई है। यूपी बोर्ड ने हाईकोर्ट के आदेश के बाद 22 दिसंबर को संशोधित रिजल्ट जारी कर दिया है।

संशोधित रिजल्ट का ब्योरा बेसिक शिक्षा विभाग को दे दिया है। हजारों अभ्यर्थियों के अंकों में बदलाव आ गया है। समस्या यह है कि टीईटी के लिए बड़ी तादाद में आवेदन जमा हो चुके हैं। जिन अभ्यर्थियों के दो-तीन या उससे ज्यादा नंबर बढ़े हैं, वे दुविधा में हैं कि क्या दुबारा आवेदन करें। क्या टीईटी की संशोधित मार्क्सशीट भेजकर काम चल जाएगा। क्या जिला स्तर पर डायट उनके नंबरों का मूल रिजल्ट से सत्यापन करके खुद नंबरों में सुधार कर लिया जाएगा।

बेसिक शिक्षा सचिव अनिल संत का कहना है कि अभ्यर्थियों को संशोधित रिजल्ट के बाद परेशान होने की जरूरत नहीं है। 26 दिसंबर के बाद शिक्षक भरती को लेकर सभी जानकारियां इंटरनेट पर आने वाली हैं सभी आवेदकों का ब्योरा फीड किया जा रहा है। संशोधित रिजल्ट के बाद वहीं आवेदक आशंकित हो सकते हैं, जिन्हें कट आफ के दायरे में नहीं आ रहे हैं। उनकी समस्या भी दूर की जाएगी।

Latest UPTET News : सहारनपुर : टीईटी के नए रिजल्ट ने बिखेरी मुस्कान

सहारनपुर: क्या टीईटी प्रक्रिया पूरी हो सकेगी? आए दिन संशोधित रिजल्ट जारी किए जा रहे है। ऐसे कई सवाल प्रशिक्षु शिक्षकों के आवेदकों को कचोट रहे है हालांकि संशोधित रिजल्ट ने अभ्यर्थियों के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी है और अभ्यर्थी एक बार फिर से मेरिट के गुणा-भाग में जुट गए है।इन दिनों टीइटी रिजल्ट का हाल बेहाल है। पूर्णतया संशोधित रिजल्ट कब आखिरी होगा, कुछ नही कहा जा सकता। माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा घोषित संशोधित रिजल्ट में अभ्यर्थियों के अंकों में 1 से 6 तक का इजाफा हुआ है। परिषद ने संशोधित परीक्षा परिणाम यूपीटीईटी2011 डाट काम पर जारी किया है।

Latest UPTET News : निर्वाचन आयोग द्वारा आचार संहिता जारी होने का सबसे झटका रुद्रप्रयाग के टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों को लगा

रुद्रप्रयाग। निर्वाचन आयोग द्वारा आचार संहिता जारी होने का सबसे झटका रुद्रप्रयाग के टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों को लगा है। बताया जा रहा है कि बेरोजगारोेें की मांग पर शिक्षा मंत्री मातबर सिंह कंडारी ने आगामी वर्ष 2012 की रिक्तियों को देखते हुए विभागीय अधिकारियों को बढ़ी हुई रिक्तियों के आधार पर विज्ञप्ति जारी करने के निर्देश दिए थे
वहीं शिलान्यास में लगे शिक्षा, सिंचाई और भाषा मंत्री मातबर सिंह कंडारी को भी कदम रोकने पडे़ंगेे। उनको रविवार को रुद्रप्रयाग में महाकवि सुमित्रानंदन पंत, चंद्रकुंवर बर्त्वाल और डा. पीताबंर दत्त बड़थ्वाल स्मृति द्वाराें का शिलान्यास करना था। वहीं लगभग एक करोड़ की लागत से बनने वाला समाज कल्याण विभाग का बहुद्देश्यीय भवन का निर्माण कार्य भी अटक गया है। प्रदेश भर में लिफ्ट सिंचाई योजनाओं के टेंडर भी लटक गए हैं। हाल में सिंचाई मंत्री ने इनका ताबड़तोड़ शिलान्यास किया था। इसके अलावा सड़कों के डामरीकरण और सुदृढ़ीकरण के टेंडर भी नहीं हो पाएंगे। इसके अलावा चुनावी रैली की तैयारियों में लगे टिकट के दावेदार भी मायूस हो गए हैं।

Latest UPTET News : टीईटी : उच्च प्राथमिक में अटकी नियुक्तियां

नए सत्र के पहले नियुक्ति हो पाना मुश्किल
आचार संहिता लागू होने से लंबित पड़ा मामला
इलाहाबाद। यूपी शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की उच्च प्राथमिक परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों के लिए संकट खड़ा हो गया है। चुनाव की घोषणा के बाद आचार संहिता लागू होने से उनकी नियुक्तियों का मामला अटक गया है। शासन अगर आचार संहिता लागू होने के एक दिन पहले भी नियुक्ति को लेकर आदेश जारी कर देता, तो यह मामला लंबित न होता। प्रदेश में टीईटी की उच्च प्राथमिक परीक्षा पास करने वाले 209789 अभ्यर्थी हैं। अधिकारियों के मुताबिक इनकी नियुक्ति नए सत्र से पहले हो पाना मुश्किल है।
प्रदेश में प्राथमिक विद्यालयों में 72,825 पदों पर नियुक्ति के बाद उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 25 हजार से अधिक पदों पर नियुक्ति होनी थी। इसीलिए प्रशासन ने प्राथमिक और उच्च प्राथमिक दो स्तरों पर शिक्षक पात्रता परीक्षा करवाई थी। जिसके लिए टीईटी की प्राथमिक स्तर की परीक्षा में कुल 594053 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इनमें से 270806 उत्तीर्ण हुए। इसी तरह उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा में कुल 519665 अभ्यर्थी शामिल हुए । इनमें से 209789 उत्तीर्ण हुए। प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्ति प्रक्रिया पहले से शुरू हो गई थी, इसलिए यहां तो कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन उच्च प्राथमिक में शिक्षकों की नियुक्तियों का मामला आचार संहिता लागू होने से अटक गया है। यदि आदेश पहले जारी हो जाते, तो नियुक्तियों पर असर न पड़ता। अब चुनाव निपटने के बाद कब नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो सकेगी, इस पर अधिकारी भी चुप्पी साधे हुए हैं।

25 December 2011

Latest UPTET News : टीईटी को लेकर नया बखेड़ा : गुस्साए छात्रों ने किया न्यायालय का रुख ‘परीक्षा को चयन का आधार बनाना गलत’



इलाहाबाद। शिक्षक पात्रता परीक्षा को लेकर नया बखेड़ा खड़ा हो गया है। पात्रता परीक्षा को चयन का आधार बनाए जाने के खिलाफ कई अभ्यर्थी कोर्ट पहुंच गए हैं। अभ्यर्थियों का तर्क है कि देश भर में कहीं भी इस पात्रता परीक्षा की मेरिट को शिक्षक चयन का आधार नहीं बनाया गया।
अभ्यर्थियों ने न्यायालय से अपील की है कि प्रदेश में जिस मजबूरी का हवाला देकर इसे चयन का आधार बनाया गया, वह बाधा भी सरकार ने खत्म कर दी है लिहाजा अब इसकी मेरिट पर चयन नहीं किया जाना चाहिए। इस बारे में एनसीटीई के नियमों, शर्तों का भी हवाला दिया गया है। अगर इस मामले में एनसीटीई के अधिनियमों को आधार बनाया गया तो छात्रों का पक्ष सही साबित होने की पूरी संभावना है और ऐसे में पूरी प्रक्रिया बाधित हो सकती है। टीईटी मेरिट को चयन का आधार बनाने के खिलाफ याचिका ने फिर सांसत में डाल दिया है। अभ्यर्थियों ने एनसीटीई के नियमों के हवाले से ऐसे तर्क रखे हैं जो सरकार को परेशानी में डाल सकते हैं।
अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार ने एनसीटीई की चेतावनी दिखाकर बीएड डिग्रीधारकों को प्राथमिक शिक्षक बनाने के लिए एक समय सीमा तय कर दी थी। प्रचारित किया गया कि 31 दिसंबर तक चयन न किया गया तो बीएड डिग्रीधारक हमेशा के लिए चयन प्रक्रिया से बाहर हो जाएंगे लेकिन एक हफ्ते पहले जारी संशोधन से साफ हो गया कि यह तथ्य गलत था। न्यायालय के निर्देश के बाद सरकार ने जो संशोधन किया, उसमें आवेदन नौ जनवरी तक स्वीकार किए जा रहे हैं।
अभ्यर्थियों ने बात के पक्ष में तर्क रखा है कि तिथि नौ जनवरी तक बढ़ने का आशय है कि 31 दिसंबर की बाध्यता कभी अनिवार्य नहीं थी और यदि तिथि बढ़ सकती थी तो टीईटी मेरिट को चयन का आधार बनाने की मजबूरी नहीं थी।

Latest UPTET News : साइबर ठगों ने बिगाड़ी टीईटी की फर्जी वेबसाइट

इलाहाबाद : काम बनाया और चलते बने। साइबर ठगों ने बेरोजगारों के साथ कुछ ऐसा ही किया। नंबर बढ़ाने के नाम पर पैसा वसूला और फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद टीईटी की नकली वेबसाइट को बिगाड़ दिया। अब यूपीटीईटी2011रिजल्ट्स.कॉम नहीं खुल रही है। विडंबना यह है कि 72 हजार शिक्षकों की नियुक्ति से जुड़ी इस संवेदनशील परीक्षा के डाटा को कॉपी कर उसके साथ छेड़छाड़ की गई, इसके बाद भी माध्यमिक शिक्षा परिषद के अधिकारियों द्वारा अभी तक कोई तहरीर नहीं दी गई। इससे दाल में कुछ काला होने के संकेत मिल रहे हैं। 
साइबर अपराधियों ने टीईटी की वेबसाइट को कॉपी कर एक हूबहू फर्जी वेबसाइट बना ली थी। साइबर ठगों ने बेरोजगारों की कमजोरी को पहचाना और इसका भरपूर फायदा भी उठाया। सूत्रों के मुताबिक साइबर ठगों ने इस फर्जीवाड़े में बोर्ड के ही किसी शातिर दिमाग को भी शामिल किया। यूपीटीईटी2011.कॉम को कॉपी करने के बाद शातिरों ने कॉपी किए गए डाटा के आधार पर अभ्यर्थियों को मनचाहे अंक दिए और पैसा वसूला। बेरोजगार भी बोर्ड के चक्कर लगाने और झंझट में पड़ने से बचने और चयन पक्का करने के पीछे आसानी से ठगों के झांसे में आ गए। यही कारण रहा कि परिषद की वेबसाइट पर फेल बच्चा फर्जी वेबसाइट पर न सिर्फ पास हो गया, बल्कि मनचाहा नंबर भी पा गया। विडंबना यह है कि इस फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद भी यूपी बोर्ड के अधिकरियों की कुंभकर्णी नींद नहीं टूटी। अभी तक बोर्ड द्वारा एफआइआर नहीं दर्ज कराई गई है। इस बीच अखबारों में खबरें आने और अपने मकसद में कामयाब होने के बाद शातिरों ने फर्जी वेबसाइट में तकनीकी खराबी कर दी। अब यह वेबसाइट नहीं खुल रही है। फिलहाल कुछ भी हो 21 दिसंबर को मामले का खुलासा होने के 48 घंटे बीत जाने के बाद भी अभी तक तहरीर न दिया जाना यूपी बोर्ड की कार्यप्रणाली पर कई सवालिया निशान लगाता है। 

Latest UPTET News : Allahabad Highcourt dismissed petitions against TET merit

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HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD
Court No. - 33
Case :- WRIT - A No. - 71558 of 2011
Petitioner :- Seeta Ram
Respondent :- State Of U.P. & Others
Petitioner Counsel :- Siddharth Khare, Ashok Khare
Respondent Counsel :- C.S.C., Suresh Singh

Hon'ble Sudhir Agarwal, J.
1. Heard Sri Ashok Khare, learned Senior Advocate, and perused the record.
2. Petitioner is challenging advertisement dated 29/30.11.2011 as also Rule 14 (3) of U.P. Basic Education (Teachers) Service Rules, 1981 (hereinafter referred to as "Rules, 1981"). It is contended that National Council for Teachers Eduction (hereinafter referred to as "NCTE") provided minimum qualification for appointment on the post of Assistant Teacher in Primary Schools and passing of Teacher Eligibility Test (hereinafter referred to as "TET") conducted by appropriate Government in accordance with the guidelines given by NCTE was made essential qualification. Pursuant thereto the State Government conducted TET on 13.11.2011 result whereof was declared on 25.11.2011. Petitioner passed said test. In the meantime, Rules,1981 were amended by notification dated 9.11.2011 vide U.P. Basic Education (Teachers) Service (Twelfth Amendment) Rules, 2011 which came into force at once. It made amendment in Rules 8, 14, 27 and 29. Rule 8 was with reference to qualifications and Rule 14 with reference to procedure to be followed for recruitment for appointment on the post of Assistant Teacher in Primary Schools. The amendment incorporates TET as a part of essential qualification besides others and Rule 14 (3) provides that a list of the candidates of such persons who appear to possess prescribed academic qualification and eligible for appointment shall be prepared wherein their names shall be arranged in such manner that their names are placed in the descending order on the basis of marks in Teacher Eligibility Test conducted by Government of Uttar Pradesh. Pursuant to the said amendment in the Rules, an advertisement was published on 29/30.11.2011 for selection for appointment to the post of Assistant Teacher in Primary School which is consistent to the said amendment in the Rules. Sri Khare submitted that TET is one of the qualifying examination prescribed by NCTE and the process of such examination commenced before 13.11.2011 pursuant whereto the examination was held on 13.11.2011 and the result was declared on 25.11.2011. For the purpose of making selection and appointment as Assistant Teacher the said qualification cannot be made a basis/foundation particularly considering the process of the said test as it amounts to change of rules of the game when the game has already commenced and in support thereof placed reliance on judgements of this Court in K. Manjusree Vs. State of Andhra Pradesh and another (2008) 3 SCC 512 and Hemani Malhotra Vs. High Court of Delhi (2008) 7 SCC 11.

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